बच्चों में दस्त होने की स्थिति में सही कदम उठाए जाएं तो इन्हें बिना किसी मुश्किल के नियंत्रित किया जा सकता है। इस दौरान हाथों की सफाई का विशेष ध्यान रखें और बच्चे को ओआरएस का घोल पिलाएं। बच्चे को दस्त होने पर लापरवाही न करें। इसमें बच्चे को कमजोरी आती है और यह उनके लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीपी सिंह का।
उन्होंने कहा कि दस्त होने पर बच्चों को जिंक और ओआरएस जरूर दें। साथ ही मां का दूध और तरल पदार्थ जारी रखें और 14 दिनों तक जिंक की खुराक देते रहें।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.राकेश ने बताया कि इस दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें। यदि बच्चों को दस्त होते हैं तो उसे हर बार धुले हुए दूसरे कपड़े पहनाएं। बच्चे को अपने हाथ साबुन-पानी से धोने के बाद ही कुछ खिलाएं। उन्होंने कहा कि मुंह के जरिए गंदगी पेट में पहुंचती है। ऐसे में पेट में संक्रमण हो जाता है और बच्चे को उल्टी की शिकायत भी हो सकती है। इसलिए आम दिनों में भी हाथों को साबुन-पानी से धोने के बाद ही कुछ खिलाने की आदत डालें। लोगों को जागरूक करने के लिए यूनिसेफ की टीम सहयोग कर रही है l
डीआईओ ने बताया कि अभिभावक यह ध्यान रखें कि बच्चे को दस्त आते ही और हर दस्त के बाद ओआरएस का घोल अवश्य देना है। इसके साथ ही जिंक की गोली एक चम्मच पीने के पानी अथवा मां के दूध में घोल कर लगातार 14 दिनों तक देनी है। दस्त के दौरान और दस्त के बाद भी मां का दूध और पूरक आहार देना जारी रखना है । ओआरएस के एक पैकेट को एक लीटर पीने के पानी में घोल बनाकर रखना है जो समय-समय पर बच्चे की आयु के हिसाब से निर्धारित मात्रा में देना है। एक पैकेट घोल को घोलने के 24 घंटे के भीतर ही पिला दें।
डीएचईआईओ रविंद्र गौर ने बताया कि दो माह से कम आयु के बच्चे को हर दस्त के बाद पांच चम्मच ओआरएस का घोल देना है। दो माह से चार वर्ष तक के बच्चे को एक चौथाई कप या आधा कप ओआरएस का घोल प्रत्येक दस्त के बाद दें। दो वर्ष से पांच वर्ष तक के बच्चों को आधा कप या एक कप ओआरएस का घोल प्रत्येक दस्त के बाद देना है। यह घोल दस्त शुरू होने के बाद तब तक देना है जब तक कि बच्चे का दस्त बंद न हो जाए। गंभीर हालत में डॉक्टर से परामर्श के अनुसार ही उपचार करे| अभिभावक ध्यान रखें की अपने हाथों को अच्छी तरह साबुन-पानी से धोने के बाद ही बच्चे को दवा और ओआरएस का घोल दें।
ओआरएस और जिंक के फायदे
– इससे दस्त कम होता है
– यह दस्त को जल्दी ठीक करता है
– अगले तीन माह तक दस्त और निमोनिया से बचाव करता है
जिंक की कितनी खुराक दें
दो से 6 माह तक आधी गोली दिन में एक बार मां के दूध से दें, 6 माह से पांच साल तक एक गोली दिन में एक बार मां के दूध या पानी से दें|
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