फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर ने मॉस्को में भारत की संस्कृति का परचम लहराया

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सांसद राजकुमार चाहर ने मॉस्को में भारत की संस्कृति का परचम लहराया

एशियाई संसदीय सभा में फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर ने भारत का प्रतिनिधित्व कर देश का गौरव बढ़ाया।

इस वैश्विक आयोजन ने भारत की लोकतांत्रिक शक्ति, संस्कृति और आध्यात्मिक परंपरा की गूंज को मॉस्को के अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाया।

अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की सांस्कृतिक ध्वनि

मॉस्को, रूस — राजधानी मॉस्को में आयोजित प्रतिष्ठित एशियाई संसदीय सभा (Asian Parliamentary Assembly – APA) में सांसद राजकुमार चाहर ने भारत का नेतृत्व करते हुए वैश्विक बिरादरी को भारत की गहरी सांस्कृतिक जड़ों से अवगत कराया।

सभा में रूस, ईरान, तुर्की, चीन, नेपाल, श्रीलंका, बहरीन, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, जॉर्डन, थाईलैंड, मंगोलिया
सहित दर्जनों देशों के सांसदों और राजनयिकों ने भाग लिया। यह उपस्थिति खुद इस सम्मेलन के महत्व को रेखांकित करती है।

“वसुधैव कुटुम्बकम्” का संदेश विश्व तक पहुँचा

अपने प्रभावशाली संबोधन में सांसद चाहर ने कहा कि भारत केवल आर्थिक और वैज्ञानिक दृष्टि से नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और मानवीय मूल्यों में भी अग्रदूत है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत का मूल मंत्र
“वसुधैव कुटुम्बकम्” पूरी मानवता के लिए प्रेरणास्रोत है।

उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत ने हमेशा विश्व बंधुत्व और एकता के संदेश को अपनाया है, और यही भारतीयता की सशक्त पहचान है।

भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ ने खींचा सबका ध्यान

अपने वक्तव्य में राजकुमार चाहर ने भारत की
सॉफ्ट पावर पर विशेष प्रकाश डालते हुए
योग, आयुर्वेद, आध्यात्मिकता, शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में नवाचारों का वर्णन किया।

उन्होंने कहा, “भारत ने न केवल अपने नागरिकों के विकास का मार्ग प्रशस्त किया है, बल्कि वैश्विक सहयोग और साझा प्रगति में भी अग्रणी भूमिका निभाई है।”

इस दौरान कई अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने भारत के सामाजिक और सांस्कृतिक योगदान की सराहना की।

देशों के बीच सहयोग पर गहराई से चर्चा

सांसद चाहर ने विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर
व्यापार, शिक्षा, विज्ञान और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को लेकर सार्थक चर्चाएँ कीं।

उन्होंने कहा कि भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका
प्रधानमंत्री मोदी जी की
“एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य” की विचारधारा का मूर्त रूप है, जो सतत विकास और विश्व शांति की दिशा में ठोस कदम दर्शाता है।

मास्को में राजकुमार चाहर भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए।

समापन सत्र में भारत का शांति संदेश

सभा के समापन पर सांसद राजकुमार चाहर ने भारत की ओर से कहा कि भारत विश्व के साथ मिलकर
शांति, स्थिरता और समृद्धि के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने एशिया को सहयोग और सांस्कृतिक एकता का केंद्र बनाने का आह्वान किया।

विदेशी सांसदों और प्रतिनिधियों ने भारत की भूमिका को सराहा और भविष्य में भारत के साथ सहयोग बढ़ाने की इच्छा प्रकट की।

गौरव और प्रेरणा का क्षण

सांसद चाहर ने इस अनुभव को “अत्यंत प्रेरणादायक” बताते हुए कहा कि उन्हें गर्व है कि उन्हें अपने देश की सभ्यता, संस्कृति और लोकतांत्रिक मूल्यों को विश्व मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर मिला।

उन्होंने विश्वास जताया कि भारत आने वाले वर्षों में एशिया ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में शांति और एकता का मार्ग प्रशस्त करेगा।

Dr. Bhanu Pratap Singh