आगरा: राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी के उच्च जोखिम लोगों में चिकित्सालय परिसर में ही टीबी के संक्रमण का पता लगाने के लिए सीवाई-टीबी परीक्षण किया जाएगा। यह त्वचा परीक्षण हैं। यह जांच इंजेक्शन के माध्यम से की जाएगी, जिससे 48 घंटे के भीतर टीबी संक्रमण की पहचान संभव होगी। सीवाई-टीबी परीक्षण परीक्षण के उपरान्त टीबी प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट (टीपीटी) दिया जायेगा। सी वाई-टीबी परीक्षण, टीबी के निदान में एक नई उम्मीद लेकर आया है। यह परीक्षण टीबी संक्रमण (टीबीआई) के निदान के लिए उपयोग किया जाता है और इसके कई लाभ हैं।
स्टेट टीबी टास्क फोर्स के चेयरमैन और एसएन मेडिकल कॉलेज में क्षय और वक्ष रोग विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने के लिए प्रत्येक प्रयास महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा प्रयासों को तेज करने के लिए सी वाई-टीबी जांच शीघ्र ही प्रारंभ होने जा रही है। यह नई जांच विधि विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले मरीजों के लिए बनाई गई है, जिससे टीबी संक्रमण का पता पहले से अधिक सटीकता और तेजी से लगाया जा सकेगा।
डॉ. गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि सीवाई-टीबी परीक्षण एक नई पीढ़ी का त्वचा परीक्षण है जिसका उपयोग टीबी संक्रमण (टीबीआई) के निदान के लिए किया जाता है। यह परीक्षण टीबी-विशिष्ट एंटीजन (ईएसएटी-6 और सीएफपी-10) का उपयोग करता है, जिससे बीसीजी टीकाकरण या गैर टीबी माइकोबैक्टीरिया के कारण होने वाली त्रुटिया कम हो जाती है।
डॉ. गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि सी वाई-टीबी परीक्षण के मुख्य लाभों में उच्च विशिष्टता, आईजीआरए के बराबर सटीकता, रक्त निकालने की आवश्यकता नहीं, कोई बूस्टर प्रभाव नहीं, कम संसाधन वाली सेटिंग्स में उपयोग में आसानी और सामूहिक स्क्रीनिंग के लिए बेहतर हैं। यह परीक्षण विशेष रूप से उच्च जोखिम वाली आबादी के लिए स्क्रीनिंग कार्यक्रमों में उपयोगी है, जैसे कि टीबी रोगियों, स्वास्थ्य सेवा श्रमिकों या एचआईवी वाले लोगों के संपर्क। सी वाई-टीबी परीक्षण के आगमन से टीबी के निदान और उपचार में एक नई उम्मीद जगी है। यह परीक्षण टीबी उन्मूलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा ।
डॉ. सिंह ने कहा कि सी वाई-टीबी परीक्षण टीबी के निदान और उपचार में एक महत्वपूर्ण कदम है। जिससे टीबी के निदान में सुधार हो सकता है। उन्होंने आगे कहा, सी वाई-टीबी की जांच का उपयोग उच्च जोखिम वाली आबादी के लिए स्क्रीनिंग कार्यक्रमों में किया जा सकता है, जिससे टीबी के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी ।
सीवाई-टीबी परीक्षण के मुख्य लाभ हैं—
• उच्च विशिष्टता
• आईजीआरए के बराबर सटीकता
• रक्त निकालने की आवश्यकता नहीं
• कोई बूस्टर प्रभाव नहीं
• कम संसाधन वाली सेटिंग्स में उपयोग में आसानी
• सामूहिक स्क्रीनिंग के लिए बेहतर
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