8वां अंतरराष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव में कार्यक्रम

8वां अंतरराष्ट्रीय ताज रंग महोत्सवः देश-विदेश के कलाकारों की प्रस्तुति से गूंज उठा जुबली हॉल, कुलपति प्रो. आशु रानी हुई निहाल, कर दी बड़ी घोषणा

ENTERTAINMENT

23 और 24 सितम्बर को भी होंगे कार्यक्रम, पूजा रेखा होंगी मुख्य आकर्षण

23 सितम्बर को शाम 4 बजे से सात चिकित्सकों को किया जाएगा सम्मानित

Live Story Time

Agra, Uttar Pradesh, Bharat, India.  8वां अंतरराष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव देश-विदेश के कलाकारों की शानदार और जबर्दस्त प्रस्तुति से जुबली हॉल गूंज उठा। ऐसा गूंजा कि डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. आशु रानी निहाल हो गईं। वे लगातार ढाई घंटा कार्यक्रम में रहीं। कुलपति स्वयं कथक नृत्य में पारंगत हैं। उन्होंने अत्यंत रुचि के साथ कलाकारों की प्रस्तुति देखी। कलाकारों का सम्मान और उत्साहवर्धन किया। कलाकारों के साथ फोटो खिंचवाई। नन्हें कलाकारों को अपनी गोद में बैठाकर सम्मानित किया।

8वां अंतरराष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव का उद्घाटन
8वां अंतरराष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव का उद्घाटन। दीप प्रज्ज्वलित करतीं कुलपति प्रो. आशु रानी, अलका सिंह। साथ में डॉ. आनंद टाइटलर, रोहित कत्याल, राजेश खुराना, बृजेश पंडित, अनीता दुबे एवं अन्य।

अलका सिंह की आँखें भर आईं

कुलपति प्रो. आशु रानी इतनी प्रभावित हुईं कि नटरांजलि थिएटर आर्ट्स की निदेशक और महोत्सव संयोजक अलका सिंह को गले लगा लिया। घोषणा की कि 9वां अंतरराष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव को आगरा विश्वविद्यालय प्रायोजित करेगा। विश्वविद्यालय के बड़े हॉल में कराया जाएगा। उन्होंने मौके पर ही कुलसचिव को इस बारे में निर्देशित किया। यह सुनकर अलका सिंह की आँखें भर आईं। अलका सिंह ललित कला संस्थान में विद्यार्थी और शिक्षक रही हैं।

नाटक प्रस्तुति
सबसे पहले फिरोजाबाद के कलाकारों ने नाट्य प्रस्तुति दी।

डॉ. विजय किशोर बंसल और डॉ. आनंद टाइटलर

यह महोत्सव जाने-माने समाजसेवी डॉ. विजय किशोर बंसल के मार्गदर्शन में आयोजित हो रहा है। वे हमेशा ही पर्दे के पीछे रहकर काम करते हैं। डॉ. आनंद टाइटलर ने कलाकारों को प्रस्तुति को जमकर सराहा। अलका सिंह ने दोनों महानुभावों के सहयोग को सराहा। 23 सितम्बर को शाम चार बजे से आगरा के सात चिकित्सकों को जीवन रक्षत अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक डॉ. हरीश रौतेला हैं।

नटराज के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया

आठवें अंतर्राष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव का शुभारंभ डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के जुबली हॉल में हुआ। सर्वकलाओं के देवता नटराज एवं मां सरस्वती के चित्र के समक्ष कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर आशु रानी, नटरांजलि थिएटर आर्ट की डायरेक्टर अलका सिंह, कार्यक्रम के मार्गदर्शक डॉ. आनंद टाइटलर, समाजसेवा राजेश खुराना, बृजेश पंडित, रोहित कत्याल, अनीता दुबे आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कुलपति ने नारियल फोड़ा।

क्या कहा कुलपति ने

अतिथि देवो भव की परंपरा का निर्वहन करते हुए अलका सिंह ने विश्वविद्यालय की कुलपति का अभिनंदन अंगवस्त्र पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया। इस मौके पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर आशुरानी ने कहा-  साहित्य, संगीत और कला के बिना व्यक्तित्व की कल्पना भी निरर्थक है। हमारे देश में हमारी संस्कृति सभ्यता और संस्कार कला के प्रोत्साहन के लिए सदैव अग्रसर रहते हैं। इस मौके पर उन्होंने देश-विदेश से आए नन्हे मुन्ने कलाकारों का खूब उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा ताज रंग महोत्सव के माध्यम से देश-विदेश की संस्कृति कला का आदान-प्रदान हो रहा है इस तरह के कार्यक्रम वसुधैव कुटुंबकम की भावना को और मजबूत करते हैं।

8वां अंतरराष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव
8वां अंतरराष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव में उपस्थित अतिथि।

कलाकारों की प्रस्तुति ने मोहा मन

नटरांजलि थिएटर आर्ट द्वारा आयोजित 8वें अंतर्राष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव में नृत्य संगीत एवं नाटक प्रस्तुति देख कला प्रेमी अचंभित हो गए। सबसे पहले फिरोजाबाद के संदेश सांस्कृतिक मंच के कलाकारों द्वारा पंछी नाटक का मंचन किया गया। इसमें लघु मध्यम आय वर्ग के पति-पत्नी की नोकझोंक और गरीबी का सरस व मार्मिक वर्णन किया गया है। इसके उपरांत शास्त्रीय कला, लोक कला एवं सांस्कृतिक कला के कई रंग ताज रंग महोत्सव में देखने को मिले। जगन्नाथ नृत्य, नेपाल का पहाड़ी नृत्य और दूरदर्शन कलाकार के कथक नृत्य ने दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।

इन कलाकारों ने दी प्रस्तुतियां

सबसे पहले नन्ही परी के रूप में धनबाद से आई 5 वर्षीय बालिका कनक ने “जय जय हे महिषासुर मर्दिनी” संगीत पर अद्भुत नृत्य प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। इसके उपरांत दिल्ली से आई लोक कलाकार आकाशवाणी कथक गुरु ज्योति का नृत्य देखते ही बना। हाथरस की नन्ही बच्ची गौरी वर्मा की अद्भुत नृत्य कला भी देखने लायक थी। नेपाल की कृतिका और अन्य कलाकारों ने पहाड़ी नृत्य प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। दिल्ली से आई ज्योति के कत्थक ने सबका मन मोह लिया। हाथरस गॉट टैलेंट की गौरी ने जबरदस्त नृत्य प्रस्तुत कर सबको सम्मोहित कर दिया। झूठ बोले कौवा काटे पर नन्ही परी ने ऐसी प्रस्तुति दी कि हर कोई देखता रह गया। इंडोनेशिया ने कलाकारों ने अपने देश की पारंपरिक प्रस्तुति दी।

8वां अंतरराष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव आगरा
8वां अंतरराष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव में कुलपति प्रो.आशु रानी के साथ इंडोनेशिया के कलाकार। साथ में अलका सिंह, डॉ. आनंद टाइटलर, डॉ. मनोज सिंह, रोहित कत्याल।

कुचपुड़ी नृत्य बना आकर्षण का केंद्र

ताज रंग महोत्सव के मंच पर पहली बार आंध्र प्रदेश का लोक नृत्य कुचपुड़ी नृत्य आगरा की दो नन्हीं बेटियों ने प्रस्तुत कर दर्शकों की जमकर तालियां बटोरी। इस नृत्य में आंखों की भाव-भंगिमा देखते ही बनती है।

नमिता डांस ग्रुप

नमिता डांस ग्रुप आगरा के दो कलाकारों ने गणेश वंदना पर ऐसी शानदार प्रस्तुति दी कि हर कोई करतल ध्वनि के लिए विवश हो गया। नमिता वाजपेयी ने इन कलाकारों को तैयार किया है। इनके बारे में कहा गया – हम किसी से कम नहीं।

8वां अंतरराष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव
नेपाल के कलाकार दल के साथ कुलपति।

इनकी रही सहभागिता

समाजसेवी डॉ विजय किशोर बंसल के मार्गदर्शन में आयोजित ताज रंग महोत्सव में कार्यक्रम संयोजक अलका सिंह, डॉ आनंद टाइटलर, नितेश शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार आदर्श नंदन गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार  डॉ. भानु प्रताप सिंह, डॉ. रेणुका डंग, रोहित कत्याल, डांस गुरु  टोनी फास्टर, नीता दुबे, लालाराम तेनगुरिया, डॉ. आनंद राय, गिरिजा शंकर शर्मा सहित बड़ी संख्या में साहित्य और कला प्रेमी मौजूद रहे।

8वें अंतरराष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव में आगरा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. आशु रानी ने 7 प्रतिष्ठित महिलाओं को दिया नारी गौरव सम्मान

Dr. Bhanu Pratap Singh