भोले बाबा सतसंग

आखिर हाथरस में भोले बाबा के सतसंग में 124 लोगों की मौत क्यों हुई, FIR से खुला राज, मौके पर 2.5 लाख लोग थे, चरण धूलि के चक्कर में हाहाकार

Crime

चौकी प्रभारी ने थाना सिकन्दराराऊ में कराई प्रथम सूचना रिपोर्ट

80 हजार लोगों की अनुमति ली, 2.5 लाख लोग पहुंच गए थे

सेवादारों ने मृतकों के जूता चप्पल छिपाए, पुलिस को सहयोग नहीं किया

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Hathras, Uttar Pradesh, India, Bharat. हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद 124 लोगों की मौत हुई है 250 से अधिक घायल हुए हैं। इस बारे में चौकी प्रभारी पोरा थाना सिकन्दराराऊ जनपद हाथरस बृजेश पांडेय ने थाना सिकंदराराऊ में प्रथम सूचना कृत्य (एफआईआर) कराई है। इसमें आयोजनकर्ताओं को नामजद किया गया है। साथ ही सेवादारों को भी आरोपी बनाया गया है। एफआईआर में बताया गया है कि कार्यक्रम स्थल पर 2.50 लाख लोग थे जबकि अनुमति 80 हजार लोगों की मांगी गई थी। भोले बाबा की चरण धूलि लेने के चक्कर में श्रद्धालु कुचलते गए। सेवादारों ने मृतकों के जूता चप्पल छिपाए। राहत कार्य में पुलिस को कोई सहयोग नहीं किया।

दिनांक 02.07.2024 को थाना क्षेत्र सिकन्दराराऊ में ग्राम फुलरई मुगलगढ़ी के मध्य जीटी रोड के पास जगत गुरु साकार विश्वहरि भोले बाबा के सत्संग आयोजन का कार्यक्रम प्रस्तावित था। इसके आयोजनकर्ता मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर पुत्र रामसिंह निवासी न्यू कालोनी दमदपुरा कस्बा व थाना सिकंदराराऊ जनपद हाथरस एवं अन्य सेवादार सहयोगी थे। आयोजनकर्ता द्वारा उक्त संगठन के पूर्ववर्ती कार्यक्रमों में जुटने वाली लाखों की भीड़ की स्थिति को छिपाते हुये इस कार्यक्रम में करीब 80,000 की भीड़ (श्रृद्धालु) इकट्ठा होने की अनुमति मांगी गयी। इसके दृ‌ष्टिगत पुलिस-प्रशासन द्वारा एकत्र होने वाली भीड़ की सुरक्षा, शान्ति व्यवस्था एवं यातायात प्रबंधन किया गया।

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कार्यक्रम में सम्मिलित होने हेतु प्रदेश के विभिन्न जनपदों एवं निकटवर्ती प्रदेशों से दिनांक 02.07.2024 को लगभग ढाई लाख से अधिक श्रृद्धालुओं की भीड इकट्ठी हो गयी, जिसके कारण एवं आयोजक द्वारा अनुमति की शर्तों का पालन न किये जाने के फलस्वरुप जीटी रोड पर यातायात अवरुद्ध हो गया। ड्यूटी पर नियुक्त पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सामान्य किये जाने का प्रयास किया जा रहा था कि कार्यक्रम के मुख्य प्रवचनकर्ता सूरजपाल उर्फ भोले बाबा के प्रवचन के उपरान्त अपनी गाड़ी में सवार होकर कार्यक्रम स्थल से निकलते समय दोपहर करीब 14.00 बजे श्रृद्धालुजन महिला पुरुष व बच्चों द्वारा उनकी गाड़ी के गुजरने के मार्ग से धूल समेटना शुरू कर दिया। कार्यक्रम स्थल से निकल रही लाखों श्रद्धालुओं की बेतहाशा भीड़ के दबाव के कारण नीचे बैठे, झुके श्रृद्धालु दबने और कुचलने लगे। चीखपुकार मच गयी। जीटी रोड के दूसरी ओर लगभग तीन मीटर गहरे खेतों में भरे पानी एवं कीचड में बेतहाशा दबती कुचलती भागती भीड़ को आयोजन समिति एवं सेवादारों द्वारा अपने हाथों में लिये डण्डों से जबरदस्ती रोक दिया गया, जिसके कारण लाखों व्यक्तियों के भीड़ का दबाव बढ़ता चला गया और महिला, बच्चे एवं पुरुष दबते कुचलते चले गये। भगदड़ में लगी चोटों से महिलाओं, बच्चों व पुरुषों की स्थति मरणासन्न हो गयी।

 मौके पर मौजूद पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा हरसभंव प्रयास करते हुये बमुश्किल लाखों की भीड़ के दबाव से दब-कुचल कर घायल / बेहोश हुये व्यक्तियों को उपलब्ध संसाधनों से अस्पताल भिजवाया गया। आयोजनकर्ताओं एवं सेवादारों द्वारा कोई सहयोग नहीं किया गया।

इस गम्भीरतम घटना के कारण अनेक लोग घायल हो गये जिनमें से कई लोगों की मृत्यु हो गयी है। घायलों को जनपद हाथरस अलीगढ एटा आदि के अस्पतालों में उपचार हेतु भिजवाया गया। घटना के सम्बन्ध में उच्चाधिकारियों को सूचित करते हुए राहत एवं बचाव कार्य हेतु अतिरिक्त पुलिस बल व संसाधनों की मांग की गयी।

आयोजनकर्ताओं के द्वारा कार्यक्रम में एकत्रित होने वाली भीड़ की संख्या को छिपाकर अत्याधिक लोगों को बुलाया गया था। साथ ही कार्यक्रम स्थल पर यातायात नियंत्रण हेतु आयोजक द्वारा अनुमति की शर्तों का पालन नहीं किया गया। भीड़ के दवाब से बेतहाशा भाग रहे, गिर – पडकर कुचल रहे लोगों को रोकने तथा इस घटना में घायल हुये व्यक्तियों के मौके पर छूटे सामान कपड़े, जूता चप्पल को उठाकर निकटवर्ती खेत में फसल में फेंककर साक्ष्य छिपाया गया। इस प्रकार आयोजकों एवं सेवादारों के उक्त कृत्य से बड़ी संख्या में निर्दोष लोग मारे गए तथा गम्भीर रुप से घायल हैं।

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इन्हें बनाया गया आरोपी

मुख्य सेवादार देव प्रकाश मधुकर पुत्र राम सिंह निवासी न्यू कॉलोनी, दमदमपुरा कस्बा सिकंदराराऊ, अन्य आयोजक और अन्य सेवादार। इन्हें भारतीय न्याय संहिता  (बीएनएस) 2023 की धारा 105, 110,126 (2), 223 और 238 के तहत आरोपबनाया गया है।

 

Dr. Bhanu Pratap Singh