RSS के कुटुंब प्रबोधन कार्यक्रम में गूंजी संस्कारों की ध्वनि

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राष्ट्र निर्माण में परिवार की भूमिका पर हुआ मंथन

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.

आगरा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पश्चिम महानगर की केशव शाखा द्वारा आयोजित कुटुंब प्रबोधन कार्यक्रम में परिवार की महत्ता को उजागर किया गया। यह आयोजन मानसिंह पैलेस, लखनपुर में हुआ, जहां स्वयंसेवकों ने अपने परिवार सहित सहभागिता की। कार्यक्रम में अंताक्षरी, प्रबोधन, एवं संवाद के माध्यम से परिवार में संस्कारों के महत्व को रेखांकित किया गया।

अंताक्षरी में भजनों और चौपाइयों की गूंज

कार्यक्रम का सबसे रोचक हिस्सा अंताक्षरी प्रतियोगिता रही, जिसमें महिला और पुरुष टीमों ने भाग लिया। रोचक नियमों के तहत फिल्मी गीतों के साथ-साथ भजन, श्लोक और रामचरितमानस की चौपाइयों का भी समावेश किया गया। महिलाओं ने जहां भजनों के माध्यम से अपनी भावनाएं प्रकट कीं, वहीं पुरुषों ने श्लोकों और चौपाइयों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया। प्रतिस्पर्धा के अंत में दोनों पक्षों को समान विजेता घोषित किया गया।

संघ का उद्देश्य: संस्कारित और संगठित समाज

महानगर संघचालक भारत भूषण जी और सह महानगर संघचालक गोविंद शर्मा जी ने कार्यक्रम का संचालन किया।
इस अवसर पर भारत भूषण जी ने कहा,
“जिस परिवार में एक स्वयंसेवक है, वह संघ परिवार का हिस्सा बन जाता है। पारिवारिक परिचय और आपसी संबंधों को मजबूत करने के लिए ऐसे कार्यक्रम अनिवार्य हैं।”
उन्होंने यह भी घोषणा की कि हर तीन माह में इस प्रकार का आयोजन किया जाएगा

बाल स्वयंसेवकों के साथ राजेश चौधरी एडवोकेट

संघ की भूमिका और राष्ट्र निर्माण

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गोविंद शर्मा जी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा,
“संघ हिंदू समाज को संगठित कर भारत को उन्नति के पथ पर ले जाने के लिए कार्य करता है। हमारी शाखाएं विद्यार्थी, रात्रि एवं दोपहर शाखाओं के रूप में चलती हैं, जहां शारीरिक व्यायाम के साथ-साथ समाजहित की योजनाएं बनाई जाती हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि संघ किसी से आर्थिक सहायता नहीं लेता, बल्कि गुरु दक्षिणा के माध्यम से प्राप्त धनराशि से अपने कार्यों का संचालन करता है।

संस्कार, स्वदेशी और सामाजिक समरसता पर बल

संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने संस्कार, स्वदेशी अपनाने और सामाजिक समरसता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि,
“विदेशी आक्रांताओं द्वारा नष्ट की गई संस्कृति और मूल्यों को पुनः स्थापित करना हमारा दायित्व है। समाज में भेदभाव नहीं होना चाहिए, बल्कि समानता और सौहार्द का भाव बढ़ाना चाहिए।”
उन्होंने नागरिक अनुशासन, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक उत्तरदायित्व को भी महत्वपूर्ण बताया।

कार्यक्रम में महिलाओं को खेल खिलाए गए।

कार्यक्रम में रही उल्लेखनीय उपस्थिति

इस अवसर पर संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता श्री वीरेंद्र वार्ष्णेय, गौरव वार्ष्णेय, नरेंद्र सिंह राणा, तेजपाल सिंह, गगन गीतम सिंह, अनुकल्प, नरेश पाठक, सुमन पाठक, डॉ. लाखन सिंह, अभय पाल सिंह, इंदिरा, मुकेश गोयल, अरुण यादव, कुसुम यादव, अरुण पचौरी, गीता पचौरी, हेमलता शर्मा, मुकेश सोनी, लक्ष्मण, रीना, डॉ. भानु प्रताप सिंह, इंदू सिंह, मोनिका सिंह और राजेश्वरी राजपूत सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

संघ का संदेश: संस्कारयुक्त परिवार, सशक्त राष्ट्र

कार्यक्रम के अंत में संघ ने परिवारों को संगठित रखने और संस्कारित पीढ़ी तैयार करने का संदेश दिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ महिलाओं के लिए भी शाखाओं का आयोजन करता है, जिससे समाज में समानता और सामाजिक समरसता बनी रहे।

इस प्रेरणादायक आयोजन ने सभी प्रतिभागियों को परिवार, संस्कार और राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों का स्मरण कराया तथा सामाजिक समरसता की भावना को और अधिक सशक्त किया।

Dr. Bhanu Pratap Singh