आगरा कॉलेज की चारदीवार का निर्माण शुरू, विरोध में आए अवैध कब्जाधारियों को प्राचार्य ने ललकारा

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17 सीसीटीवी से निगरानी, लम्बे संघर्ष की जीत

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.

आगरा कॉलेज की वर्षों पुरानी मांग अब साकार होने लगी है। प्राचार्य डॉ सीक्वगाउटम की अटूट इच्छाशक्ति और सतत प्रयासों के चलते कॉलेज की पीछे की भूमि पर बाउंड्रीवॉल निर्माण का कार्य आरम्भ हो गया है। यह वही ज़मीन है जो लंबे समय से विवादों और अवैध कब्जों के घेरे में रही

शुभारंभ पर प्राचार्य की दृढ़ उपस्थिति

इस ऐतिहासिक कार्य का शुभारंभ स्वयं प्राचार्य  की उपस्थिति में हुआ। उनके साथ कॉलेज के अनेक शिक्षक भी इस क्षण के साक्षी बने। जैसे ही महाबली मशीन ने कार्य आरम्भ किया, परिसर में उत्साह की लहर दौड़ गई।

विरोधियों को दिया सख्त संदेश

नाले के पास रहने वाले कुछ असामाजिक तत्व विरोध के लिए सामने आए। किन्तु प्राचार्य  ने उनकी एक न सुनी। उन्होंने स्पष्ट कहा—

“अब हमारे पास भूमि के वैध दस्तावेज हैं। यह ज़मीन आगरा कॉलेज की है। आपका विरोध नाजायज है।”

यह वाक्य जैसे शब्द नहीं, गरजती चेतावनी थी।

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सीसीटीवी और पुलिस पहरे में निर्माण कार्य

बाउंड्रीवॉल निर्माण अब किसी डर के साए में नहीं, बल्कि सीना तानकर हो रहा हैसत्रह सीसीटीवी कैमरे निगरानी में लगे हैं और पुलिस तथा पीएसी बल मौके पर तैनात हैं। कॉलेज प्रशासन हर स्थिति के लिए तैयार है।

संवाद के द्वार खुले, लेकिन निर्माण पर अडिग निर्णय

प्राचार्य ने साफ कहा—

“बातचीत का मार्ग खुला है, मगर अपनी भूमि पर निर्माण रोकने की कोई सम्भावना नहीं।”

यह संकेत नहीं, स्पष्ट उद्घोषणा थी कि अब कॉलेज अपनी जमीन पर अपना हक लेकर रहेगा


संपादकीय टिप्पणी

आगरा कॉलेज के प्राचार्य ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि जब नेतृत्व में साहस हो, तो असंभव भी संभव बन जाता है। वर्षों से जो ज़मीन कब्जाधारियों की मुट्ठी में थी, आज वह कॉलेज के हक़ में लौट रही है।

डॉ. सी. के. गौतम जैसे निडर प्राचार्य ही हैं जो शिक्षा संस्थानों की गरिमा को पुनः प्रतिष्ठित करते हैं।

यह सिर्फ दीवार नहीं बन रही—यह हक़, स्वाभिमान और न्याय की नींव है।

 

Dr. Bhanu Pratap Singh