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डॉ. सुशील गुप्ता को मिला शिक्षा योद्धा का सम्मान, शिक्षक दिवस मनाया

NATIONAL PRESS RELEASE REGIONAL

Agra, Uttar Pradesh, India. छात्रों के जीवन में शिक्षकों की भूमिका अतुलनीय और अनुपम होती है। गुरु की महिमा का बखान शब्दों से परे है। डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम ने कहा था,“ शिक्षण एक महान कार्य है जो किसी व्यक्ति के चरित्र, साहस और भविष्य को आकार देता है।“ शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए अत्यंत हर्ष और उत्साह के साथ शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन 4 सितंबर 2021 शनिवार को प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल में किया गया।

समारोह का शुभारंभ विद्यालय के निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता, प्राचार्या याचना चावला एवं सभी शिक्षकों के रेड कारपेट वेल्कम के साथ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई। सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन के चित्र पर निदेशकगण, प्राचार्या तथा शैक्षणिक समन्वयिका- शालिनी देव, रश्मि गांधी, सुनीत कौर, सोनू पोद्दार तथा गौरी पचौरी ने माल्यार्पण किया। डॉ. एस राधाकृष्णन के 133 वें जन्मदिन पर महान शिक्षक के प्रति आभार व्यक्त किया।

प्रधानाचार्य ने कहा कि शिक्षा जगत में सतत बहुमूल्य योगदान देने के लिए प्रिल्यूड पब्लिक विद्यालय के निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता को एजुकेशन वारियर (शिक्षा योद्धा) के सम्मान से दिनेश शर्मा डिप्टी चीफ मिनिस्टर, उत्तर प्रदेश के द्वारा सम्मानित किया गया। सभी शिक्षकों ने उन्हें हार्दिक बधाइयां दीं। प्रधानाचार्या के द्वारा समस्त शिक्षकों को कर्तव्य निर्वहन करने के लिए शपथ ग्रहण कराई गईं। प्रधानाचार्या ने कहा कि कोरोना काल की विषम परिस्थितियों में भी शिक्षकों एवं विद्यालय प्रबंध तन्त्र द्वारा विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिए किए गए प्रयास सराहनीय हैं। शिक्षकों के द्वारा शिक्षण की नई-नई विधियों को अपनाया गया तथा शिक्षण कार्य को अनवरत रूप से किया गया।  

 विद्यालय के छात्र प्रमुख अभय गौतम ने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक ऐसी मोमबत्ती होते हैं, जो खुद को जला कर छात्रों को रोशनी प्रदान करते हैं। उसने समस्त विद्यार्थियों की ओर से सभी शिक्षकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए शिक्षकों के महत्व का वर्णन किया।  इस अवसर पर अंतसर्दनीय मूक अभिनय (पैंटोमाइम) प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में चारों सदनों- एंड्रोमिडा, पिगेसिस,  फीनिक्स तथा आरायन के प्रतिभागियों ने आकर्षक तथा सशक्त अभिनय से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया । निर्णायक मंडल में सबीने बेजल, गौरी पचौरी तथा डॉ. सुनीता शर्मा रहीं।

पैंटोमाइम प्रतियोगिता में  एंड्रोमिडा थीम- नारी सशक्तिकरण के माध्यम से नारी को सशक्त बनने का संदेश, फीनिक्स सदन थीम-मोबाइल का आदी होना के द्वारा मोबाइल फ़ोन अनावश्यक रूप से न करने की सीख दी गई। पिगेसिस सदन के द्वारा कैंसर अवेयरनेस थीम पर आधारित पैंटोमाइम के द्वारा कैंसर के प्रति जागरूकता विकसित करने का प्रयास किया गया। यह अभिनय विद्यालय के निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता की सुपुत्री स्वर्गीय श्रीमती शैली शाह को समर्पित था। आरायन सदन के द्वारा जीवन में संगीत का महत्व विषय पर आधारित प्रस्तुति विद्यालय के संगीत शिक्षक स्वर्गीय अभिषेक को समर्पित थीं।

निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता ने सभी प्रतिभागियों के अभिनय की बहुत सराहना की। उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा विद्यार्थियों को अपने जीवन में शिक्षकों तथा माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। इनके ऋण से कभी भी हम उऋण नहीं हो सकते। पैंटोमाइम प्रतियोगिता का परिणाम निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता के द्वारा घोषित किया गया। जो इस प्रकार रहा- प्रथम -फीनिक्स सदन द्वितीय- आरायन, तृतीय-एंड्रोमिडा सदन, चतुर्थ स्थान- पिगेसिस सदन।

कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका सोनू पोद्दार, सुनीत कौर व विद्यार्थी मान्या धवन एवं कुणाल कसाना ने किया। इस अवसर पर सभी शिक्षकों ने भी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। इस अवसर पर, नीमा साहनी के द्वारा अंत्याक्षरी खिलाए गई। जिसमें सभी शिक्षकों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया तथा अपने को तरोताजा महसूस किया। विद्यालय निदेशिका सुनीता गुप्ता के द्वारा मनोरंजक तंबोला खेल खिलाया गया। तान्या सिंह, मुनमुन चौहान, श्रीमन शुक्ला, महिमा नागर के मनोरम गीतों की प्रस्तुतियों ने समारोह में शमां बांध दिया। अभि सिरोही तथा हिमांशु उप्पल के संयुक्त मनमोहक नृत्य ने सभी को करतल ध्वनि के लिए बाध्य किया। 12वीं कक्षा के छात्र दिव्यम भरद्वाज एवं शिक्षिका श्रीमती खुशबू तुलसानी के द्वारा धन्यवाद ज्ञापित करके कार्यक्रम का समापन किया गया। सभी ने भोजन का आनंद लेते हुए शिक्षक दिवस को अत्यंत उल्लास के साथ मनाया।

Dr. Bhanu Pratap Singh