आजादी का अमृत महोत्सव और मीडिया, डॉ. भानु प्रताप सिंह सुना रहे हैं खरी-खरी
परिवर्तन प्रकृति का नियम है। इसलिए अगर पत्रकारिता यानी मीडिया बदल रही है तो इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है। जब भारत गुलाम था, जब भारत स्वतंत्र हुआ, जब कांग्रेस की सरकार आई, जब जनता पार्टी की सरकार आई और अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार है तो पत्रकारिता का स्वरूप भी बदल रहा […]
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