फन्नी ढाबा कवि सम्मेलन में रामरस, देशरस, हास्यरस का तूफान, डॉ. रुचि चतुर्वेदी और मनवीर ‘मधुर’ को मिला अतिशय सम्मान
Agra, Uttar Pradesh, India. गीतकार गोपालदास नीरज का एक दोहा देखिए- आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है कवि होना सौभाग्य। वाकई कवि होना सौभाग्य है। एक से एक धांसू लोग नीचे बैठते हैं और कवि मंच पर होते हैं। सब चुप रहते हैं और कवि बोलते हैं। जिन्दाबाद के […]
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