हिन्दी पखवाडे में हुईं ऑनलाइन व्हाट्सएप प्रतियोगिताएं

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Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा। चंपा अग्रवाल इंटर कॉलेज मथुरा की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वाधान में राजभाषा हिंदी दिवस का आयोजन किया गया। 1 से 14 सितंबर तक मनाए गए हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत स्वयंसेवकों एवं छात्रों के मध्य विभिन्न ऑनलाइन व्हाट्सएप प्रतियोगिताएं कराई गई जिसमें प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर आए छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिंदी के मूर्धन्य विद्वान एवं कॉलेज के पूर्व प्रवक्ता श्री शरण बिहारी दुबे थे।

ऑनलाइन वर्चुअल प्रतियोगिताएं ही संपन्न कराई गई

अध्यक्षता प्रधानाचार्य डॉ. राकेश कुमार माहेश्वरी ने की। कार्यक्रम अधिकारी अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते पूरे पखवाड़े ऑनलाइन वर्चुअल प्रतियोगिताएं ही संपन्न कराई गई तथा छात्रों को हिंदी के महत्व पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर  कॉलेज के हिंदी प्रवक्ता  प्रेम सरोज मौर्य, श्रीमती हंसमुखी एवं कैप्टन नूतन कुमार का पटका पहनाकर अभिनंदन किया गया। हिंदी प्रवक्ता एवं आशुकवि श्री प्रेम सरोज मौर्य ने हिंदी पर अपना काव्य पाठ प्रस्तुत किया। अंत में प्रधानाचार्य डॉ राकेश कुमार माहेश्वरी ने हिंदी का अधिक से अधिक उपयोग करने एवं इसका प्रचार-प्रसार करने की सभी को शपथ दिलाई। इस अवसर पर स्टाफ के सभी सदस्य उपस्थित थे।

मथुरा महानगर की इकाई ने हिंदी दिवस को जोर शोर से मनाया
दूसरी ओर राष्ट्रीय सेविका समिति, मथुरा महानगर की इकाई ने हिंदी दिवस को जोर शोर से मनाया। इस अवसर पर सुलेख एवं निबंध प्रतियोगिता आयोजित कराई गई। सुलेख प्रतियोगिता में कक्षा 3 से 8 तक के पाल्यों के लिए अभिवावकों को 5 दिन पहले ही व्हाट्सएप के माध्यम से ’ हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा ’ के नाम से कविता दी गयी थी, जिसको सुलेख में लिख कर व्हाट्सएप के माध्यम से ही अपने फोटो के साथ वापस भेजनी थी। बाद में निर्णायको ने सभी आयी प्रविष्टियों का मूल्यांकन कर विजेता घोषित किये।

हिन्दी केवल हमारी भाषा ही नहीं, हमारे राष्ट्र का गौरव भी है
दूसरी प्रतियोगिता निबंध की रही, जिसमें सभी आयु वर्गों के लिए ’ हिंदी हमारा राष्ट्र गौरव ’ विषय पर 200 शब्दों का सुलेख में निबंध लिखने का आग्रह किया गया था, व निबंध की फोटो खींचकर व्हाट्सएप के माध्यम से भेजनी थी। इस प्रतियोगिता की प्रविष्टियों को भी निर्णायक मंडल द्वारा जांचा गया व अंत मे विजेता की घोषणा की गई।
ऑनलाइन कार्यक्रम में बोलते हुए प्रान्त बौद्धिक प्रमुख मालती जी ने कहा कि हिन्दी केवल हमारी भाषा ही नहीं, हमारे राष्ट्र का गौरव भी है। वहीं प्रान्त कार्यवाहिका ललिता ने कहा कि अभी फिर से हिंदी कहानियों और कविताओं का दौर लौट रहा है, जहां की युवा पीढ़ी भी आज कल हिंदी की कहानियां और कविताएं पसंद करने लगे हैं।

Dr. Bhanu Pratap Singh