डॉ. भानु प्रताप सिंह
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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. छठवां ग्लोबल ताज इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ‘जीटिफ-2024’ (6th Global taj international film festival 2024 Gtiff – 2024) में 4 मिनट 40 सेकेंड्स की फिल्म ने सबको करतल ध्वनि के लिए विवश कर दिया। फिल्म का नाम है साहेब की किताब। फिल्म की निर्माता निर्देशक हैं पल्लवी महाजन, जो जूता व्यवसायी हैं। दूसरे दिन फिल्म देखने के लिए बड़ी संख्या में छात्र आए। शहर के प्रमुख लोगों का आवागमन होता रहा। फिल्म फेस्टिवल डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के विवेकानंद परिसर (खंदारी) स्थिति जेपी सभागार में चल रहा है। 15 नवम्बर को शुरू हुआ और 17 नवम्बर तक चलेगा। शाम 7.30 बजे समापन होगा। इससे पूर्व देवकाली फिल्म की स्क्रीनिंग होगी। कुल मिलाकर 16 फिल्मों की स्क्रीनिंग होनी है। इनमें दो आगरा की फिल्में भी हैं।
भारत रत्न डॉ. भीम राव आंबेडकर (बाबा साहेब) को नमन करते हुए ‘साहेब की किताब’ फिल्म शुरू होती है। पुस्तकों की दुकान पर काम करने वाली बालिका के पढ़ने की इच्छा व्यक्त करने, स्कूल में दाखिला देने, निःशुल्क किताबें देने और फिर बालिका द्वारा ट्रॉफी के प्रदर्शन के साथ फिल्म का समापन होता है। पल्लवी महाजन को पुरस्कृत भी किया गया।
निर्माता निर्देशक कपिल सिद्धार्थ की फिल्म ‘प्लान क्या है’ नशे की तस्करी पर आधारित है। 19.28 मिनट की यह फिल्म में घात प्रतिघात दिखता है। प्लान पर प्लान बनते हैं और अंत में तीसरा प्लान बनाकर रुपये हड़प लिए जाते हैं। नशा पुलिस को भेज दिया जाता है।

सुबह के सत्र में केंद्रीय हिंदी संस्थान के कुलसचिव डॉ. चंद्रकांत त्रिपाठी, जी डी गोयनिका स्कूल के प्रधानाचार्य श्री पुनीत वशिष्ठ, तपन ग्रुप के सुरेश चंद गर्ग, श्री रतन मुनि जैन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. अनिल वशिष्ठ, समाजसेवी केशव अग्रवाल, फेस्टिवल डायरेक्टर सूरज तिवारी ने दीप प्रज्ज्वलन करके किया। इसके बाद फेस्टिवल के निदेशक सूरज तिवारी ने बताया की फेस्टिवल शहर में फिल्म का माहौल बन रहा है, जिससे लोगों को रोजगार मिल रहा है।
फिर शुरू हुई फिल्म्सों की स्क्रीनिंग। ओडिशा से आश्रम, ब्राजील से जेक एन ईशा, फ्रांस से चक्र पूजा, द लीजेंड ऑफ हनुमान मुंबई, मंदिर और नमाज मुंबई, बाहुबली मुंबई पर जाकर यह सत्र समाप्त हुआ।
ब्रेक के बाद मुंबई की थैंक यू बेटा, स्विट्जरलैंड की थे सेफ, आगरा की साहेब की किताब, कोटा से प्लान क्या है, फ्रांस से बैक टू पोंडिचेरी, आगरा से बटेश्वर, कनाडा से कोणामी, मुंबई से मेरा वोट वापस दो, लाल बत्ती ज़िन्दगी आगरा से, कर्नाटक से नन ऑफ़ हर, जया मुंबई से, लुक अप नोरवे, कलर टैस्ट जर्मनी ने दर्शकों का मन मोह लिया|

इन्होंने किया स्वागत
फिल्म कलाकारों के साथ गोवा से आए संदीप कुटेजा, मुंबई के रवींद्र अरोरा, लापता लेडीज फेम पंकज शर्मा आदि का सम्मान किया गया। कलाकारों का स्वागत फिल्म निर्देशक सूरज तिवारी, संचालक दीपक जैन, रंजीत सामा, संजय गुप्त, शरद गुप्त, आदर्श नंदन गुप्त, अनिल जैन, डॉ. पीके सिंह, पत्रकार जगत नारायण शर्मा, गीतकार संजय दुबे आदि ने स्वागत किया।
चाय ने लोगों का धयान आकर्षित किया
फिल्म फेस्टिवल में सुबह से शाम तक आने वाले लोगों के लिए चाय की टपरी की फ्री व्यवस्था ने सबका दिल जीत लिया। लोगों ने चाय पर खूब चर्चा की, कलाकारों का एक वर्ग आता फ़िर दूसरा आता और बातचीत शुरू। कुल्हड़ वाली चाय का आनंद फ़िल्म की बातचीत करके लिया।
फेस्टिवल डायरेक्टर सूरज तिवारी ने बताया कि 17 सितंबर को अंतिम दिन फ़िल्म स्क्रीनिंग के साथ ही शाम को अवार्ड सेरेमनी का आयोजन भी किया जाएगा। इसमें फिल्मेकारों को पुरस्कृत किया जाएगा।