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ब्रह्माकुमारीज के ज्ञान सरोवर माउंट आबू में राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन: Breaking News को Making न्यूज में परिवर्तित करें: बीके बृज मोहन

EXCLUSIVE

मीडिया विंग का लक्ष्य है मीडिया  में कार्यरत भाई-बहनों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आए।

डॉ. भानु प्रताप सिंह

Gyan Sarovar, Mount Abu, Rajasthan, India. प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय (Prajapita Brahma Kumaris Ishwariya vishwa vidyalaya) के मीडिया विंग, राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन (Media wing, rajyoa Educaion and Research Foundation) ने वीर भूमि राजस्थान के माउंट आबू स्थित ज्ञान सरोवर (Gyan Sarovar, Mount Abu, Rajasthan) में राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन आयोजित किया। इसे नाम दिया गया- Media conference and meditation retreat. विषय था- राष्ट्रीय विकास के लिए मीडिया की जिम्मेदारी (Media Responsibility for National Development)। यह 5 से 9 मई, 2023 तक चला। कार्यक्रम स्थल ज्ञान सरोवर ने अपने नाम को सार्थक किया। पहाड़ों के बीच, हरीतिमा से आच्छादित, स्वास्थ्यवर्धक, प्रदूषणरहित, शांत वातावरण, खुशी की खुराक और ध्यान (Meditation) के साथ पत्रकारों ने पांच दिन तक ज्ञानवर्धन किया। भाग्यशाली पत्रकार पूरे पांच दिन रहे। यूं तो मीडिया सम्मेलन के कुछ समाचार प्रकाशित हो चुके हैं लेकिन यहां सत्रवार रिपोर्टिंग प्रस्तुत की जा रही है। इस कड़ी में प्रथम स्वागत सत्र का समाचार प्रस्तुत है, जिसे किसी ने प्रकाशित नहीं किया है। स्वागत सत्र 5-5-2023 को सायं 5.30 बजे हारमनी हॉल में शुरू हुआ। सबसे पहले एक वीडियो फिल्म दिखाई गई, जिसका नाम है Voice of truth। सम्मेलन में आगरा से एकमात्र मुझे (डॉ. भानु प्रताप सिंह) को वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था।

मीडिया विंग की राष्ट्रीय समन्वयक और हैदराबाद से आईं बीके सरला ने कहा-

यह कॉन्फ्रेंस स्वयं भगवान ने आयोजित की है। यहां जो आए हैं, उन्हें भगवान द्वारा चुना गया है।

यह आमंत्रण परमपिता की ओर से है।

दुनिया विकारों में फँसी है, जिसका समाधान करना है।

आप भगवान के मददगार हैं। भगवान समस्याओं का समाधान आपके माध्यम से देंगे। वे भावुक भी हो गईं।

ब्रह्माकुमारीज के अपर महासचिव बीके बृज मोहन ने अपने वीडियो संदेश में कहा-

मन-बुद्धि का भोजन मीडिया परोसता है। भोजन ऐसा हो जिसे आत्मसात किया जा सके। पेड न्यूज सुनकर लोग ऊब गए हैं।

दुर्लभ ही नहीं, अच्छी खबर ही खबर है और यह बहुत बड़ा कार्य है।

आप सब राष्ट्रीय विकास में योगदान करें। अपना और राष्ट्र के विकास को अलग-अलग नहीं कर सकते हैं।

समाज में खुशी, उम्मीद, सकारात्मकता लाएं। हर चीज में अच्छा ही अच्छा सोचना है।

मीडिया परसन अपने और देशहित में अच्छा देखने की धारणा करें।

नकारात्मक में भी सकारात्मक सोचें, इससे राष्ट्र का विकास हो सकता है। त्याग-तपस्या की भूमि ज्ञान सरोवर का वातावरण भी सकारात्मक सोचने को विवश करेगा।

ब्रेकिंग न्यूज को मेकिंग न्यूज में परिवर्तित करें।

राष्ट्रीय समन्वयक मीडिया विंग मुंबई के बीके निकुंज ने कहा-

मीडिया विंग 32 वर्ष से कार्यान्वित है। मीडिया विंग ऐसा है कि जिसके बिना किसी भी विंग का काम नहीं चलता है।

हमारा लक्ष्य है मीडिया में कार्यरत भाई-बहनों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आए।

ब्रह्माकुमारीज ने 20 वर्ष पूर्व वर्तमान तकनीक की घोषणा कर दी थी, तब इंटरनेट का चलन बहुत कम था।

यहां से ज्ञान भरकर ले जाओ, कोई समस्या आए तो एक ढक्कन निकालो और पी जाओ, समाधान हो जाएगा। यहां से जो लेकर जाओगे, वह शक्ति सदैव आपके पास रहेगी।

बाहर शोर बहुत है। आपको अपने अंदर की आवाज सुननी है। फोन का उपयोग कम करो। बाहर की दुनिया से कम संपर्क रखो।

आने वाले समय के शिल्पकार आप और हम हैं। जो हम लिखेंगे और दिखाएंगे, दुनिया उसी से चलेगी।

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मीडिया सम्मेलन में उपस्थित दाएं से डॉ. भानु प्रताप सिंह, इन्दु सिंह एवं अन्य।

आई.आई.एम.सी. दिल्ली के महानिदेशक प्रोफेसर डॉ. संजय द्विवेदी ने कहा-

समाज जीवन के हर क्षेत्र में अच्छे व्यक्तियों का निर्माण करने की जरूरत है। इसी दृष्टि से ब्रह्माकुमारीज हर क्षेत्र के लोगों के बीच काम कर रहा है। मूल्यबोध और सकारात्मकता चिन्ता का विषय है।

समाज का आध्यात्मीकरण और मीडिया का भारतीयकरण होना चाहिए। मीडिया या पत्रकारिता शब्द हमारा नहीं है। यह पाश्चात्य है। वहां नकारात्मकता को ही समाचार माना जाता है, जो हमारा मूल्य नहीं है। हमारा शब्द संवाद है और संवाद सदा सकारात्मक होता है। संवाद से समस्याओं के हल निकलते हैं।

मीडिया को लोकमंगल से जोड़ना है। दिलों को जोड़ने वाला समाज बनाना है।

भारत को जानो भारत को मानो, भारत के बनो और भारत को बनाओ। भारत ही विश्व कल्याण की कामना करता है।

यह वीर प्रताप की भूमि है। ब्रह्मा बाबा की साधना स्थली है। इस तरह यहां अध्यात्म और शौर्य दोनों समान हैं।

ब्रह्माकुमारीज घाटकोपर, मुंबई की सब जोन इंचार्ज बीके नलिनी दीदी ने कहा-

मीडिया में आध्यात्मिकता का संबंध है। एम यानी मैं कौन, मेरा कौन, मुझे क्या करना है, ई यानी एम्पावरमेंट, सशक्त, डी यानी डिवाइन, आई यानी इंस्पारेशन (प्रेरणादायी)।

आपको प्रभु यहां खींचकर लाए हैं।

मीडिया जीरो को हीरो बना सकता है। हीरो को फिर से जीरो भी बना सकता है। मीडियाकर्मी ऐसा कर्म करें कि सभी की आशीर्वाद और दुआएं मिलें। इसके लिए सकारात्मक होना होगा।

अगर सत्य नकारात्मक भी है तो उसे इस तरह से प्रस्तुत करें कि सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे। सभी को दुआएं देनी हैं।

जो सत्य को पहचानेगा, वह सत्यम, शिवम, सुंदरम के समाप आएगा।

मीडिया विंग वलसाड़ गुजरात की जोनल समन्वयक बीके रंजन ने ध्यान की अनुभूति कराते हुए कहा-

चहुंमुखी विकास में आध्यात्मिकता का आयाम है।

हम भारत को विश्व गुरु बनाने जा रहे हैं।

रूहानी यात्रा के लिए अपने मन को तैयार करना होगा। स्वयं की पहचान बहुत जरूरी है।

योग शब्द ही हमें ईश्वर की तरफ ले जाता है। प्रभु मिलन के लिए आध्यात्मिकता का अनुभव करना चाहिए।

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स्वागत गीत प्रस्तुत करते सतीश भाई एवं अन्य।

मीडिया विंग आर.ई.आर.एफ के उपाध्यक्ष बीके आत्म प्रकाश ने आशीर्वचन देते हुए कहा

प्रत्येक 5000 वर्ष बाद दुनिया का इतिहास स्वयं को दोहराता है।

कलयुग का अंत समय आ गया है। जो थोड़ा से बचा है, वह संगम युग है।

सतयुग आएगा। नए युग में नए संस्कार, नई रूपरेखा चाहिए।

शिव बाबा ने प्रजापिता ब्रह्मा बाबा के तन में आकर ईश्वरीय ज्ञान और राजयोग की शिक्षा दी। इससे आदि सनानत देवी देवता धर्म की स्थापना हो रही है।

दुनिया की आबादी 750 करोड़ है। यह कलयुग के विनाश की तैयारी दिख रही है। नए युग में आने की तैयारी करें। इसके लिए घर-बार नहीं छोड़ना है। जीवन में पवित्रता लानी है। दैवीय गुणों को धारण करना है।

हमारी राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मी भी राजयोग का अभ्यास करती हैं। आप सौभाग्यशाली हैं कि भगवान के घर में आए हैं।

प्रारंभ में कार्यक्रम समन्वयक बीके चंदा ने कहा-

भारत के चारों ओर से मीडियाकर्मी आए हुए हैं। हमें प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि एकदूसरे के पूरक बनकर काम करने की जरूरत है।

यह आध्यात्मिक यात्रा है। अध्यात्म और मीडिया का समन्वय है, दोनों साथ चलें तो समाज बेहतर होगा।

समद्ध राष्ट्र की शुरुआत मन से होती है। उन्होंने अतिथियों का शानदार स्वागत भी कराया। प्रत्येक वक्ता का संक्षिप्त परिचय भी दिया।

मधुरवाणी ग्रुप माउंट आबू के गीतकार और गायक सतीश भाई ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया-

मीडिया मनीषियों के स्वागत में सृष्टि सारी है

ज्ञान सरोवर में अभिनंदन आपका मनोहारी है

स्वयं साथ भगवान हमारे निश्चित विजय हमारी है..

बीके डेविड क्लोव्स्की ने बंशी की मधुर तान छेड़कर मन में चल रहे फालतू   विचारों को शांत किया। इसे डिवाइन म्यूजिक नाम दिया गाय। बीके डेविड ज्ञान सरोवर में रहते हैं और संगीतकार हैं।

बिलासपुर (छत्तीसगढ़) से आईं अविका व माही ने शानदार नृत्य प्रस्तुत दी।

ब्रह्माकुमारीज के ज्ञान सरोवर माउंट आबू आकर पता चला कि शांति का मंत्र तो बी.के. भाई-बहनों के पास है

Dr. Bhanu Pratap Singh