‘आजादी का अमृत महोत्सव’ में आर्थिक आजादी पाने का उपाय
देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी का 75वां वर्ष आप सबको मुबारक हो। भारत को यह आजादी यूं ही नहीं मिली। आजादी बड़ा ही खूबसूरत शब्द है। जब देश गुलामी की जंजीरों को तोड़ता है और आजाद होता है। यह आजादी देश और देशवासियों के लिएबड़े ही मायने रखती है। एक आजाद देश तरक्की की राह पर दौड़ता है। विकास के नए प्रतिमान गढ़ता है। आम नागरिकों को अधिकार मिलते हैं, वोट देने का अधिकार, कहीं भी आ जा सकने का अधिकार, अपनी बात कहने का अधिकार।
आप पैसे के लिए काम करें और पैसा आपके लिए काम करे
एक और खूबसूरत आजादी की यहां मैं बात करना चाहता हूँ और वह है- आर्थिक आजादी। देश तो आजाद हो गया पर क्या हम आर्थिक आजादी को पा सके हैं। एक व्यक्ति के लिए क्या मायने रखता है शब्द आर्थिक आजादी यानी Financial Independence (F.I.) और यह एक परिवार या कुटुम्ब को क्या दे सकता, इस पर विचार की जरूर है। कोई व्यक्ति जब आर्थिक आजादी को पाता है तो वह अपने अच्छे स्वास्थ्य पर काम कर सकता है, अपने आसपास अच्छे रिश्ते बना सकता है, अच्छी चिकित्सा सुविधा का लाभ ले सकता है, अपने परिवार को भरपूर समय दे सकता है और समाज के भी काम आ सकता है। आज 90 फीसदी लोग सुबह उठकर तैयार होकर कहां जाते हैं? सोचकर देखिए, अगर समय और धन का बंधन न हो तो क्या करना चाहेंगे? कितना अच्छा हो कि आप पैसे के लिए काम करें और पैसा आपके लिए काम करे।
आज से ही बचत पर ध्यान दें
यह बात पूरी तरह सच है कि पैसा पेड़ पर नहीं उगता। हां, अगर सही तरीके से धन का प्रबंधन किया जाए तो यह संभव है। आर्थिक आजादी हासिल करने के लिए, तनावमुक्त जीवन जीने के लिए सही समय पर सही आर्थिक फैसले लेना बहुत जरूरी है। हमें धन का निवेश सिद्धांत के अनुसार करना चाहिए न कि भावनात्मक रूप से। अकसर यह होता है- हम किसी करीबी या रिश्तेदार के कहने पर या उससे निवेश के तरीके को देखकर निवेश कर देते हैं, फिर बाद में पछताते हैं कि मैंने ऐसा क्यों कर दिया, मैंने अपने हाथ क्यों जला लिए। आज से ही बचत पर ध्यान दें। जल्दी शुरुआत करें और लक्ष्य पर सुरक्षित पहुंचें।
धन की खेती के लिए सुनहरा नियम
अगर आप कम उम्र से बचत करने की आदत डालते हैं तो आपके पास भविष्य में बहुत बड़ी धनराशि की बचत होगी और आपका जीवन सुरक्षित होगा।
अपना वित्तीय नक्शा तैयार करें
आजकल हम अपने मुकाम पर पहुंचने के लिए गूगल मैप का उपयोग करते हैं। नक्शे का उपयोग करते समय गूगल हमसे दो प्रश्न पूछता है- आप अभी कहां हैं और आपकी मंजिल क्या है? इसी तरह हमारी वित्तीय यात्रा में भी इसी तरह के प्रश्नों का उत्तर देना आवश्यक है।
सेवानिवृत्ति के बाद जीवन गरिमा के साथ जिएं
आमतौर पर हम 60 साल की उम्र के बाद सेवानिवृत्त होते हैं। 80-85 साल तक जीते हैं। क्या आपको इस बात का अंदाज है कि सेवानिवृत्ति के बाद 20 साल तक आरामदायक और गरिमापूर्ण जीवन बनाए रखने के लिए कितनी धनराशि की आवश्यकता होगी। भारत में किए गए एक सर्वे के अनुसार 63 फीसदी बुजुर्ग अपने बच्चों या किसी रिश्तेदार को धन देकर कष्ट उठाते हैं।
अगर धन और समय की आजादी हो तब हम अपनी जिंदगी को और उद्देश्यपूर्ण बना सकते हैं, वरना सारी जिंदगी काम करके ही खर्च कर देंगे। महान लेखक Robert kiosaki ने लिखा है- Money is important to me yet I don’t want to spend my whole life working for money (मेरे लिए धन महत्वपूर्ण है इसके बाद भी मैं अपनी सारी जिन्दगी धन कमाने के लिए खर्च नहीं करना चाहता हूँ)।
SANJAY CHOPRA
FINANCIAL CONSULTANT &
WEALTH MANAGEMENT COACH
KKs REAL WEALTH MULTIPLIER
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