मथुरा के पेट्रोलियम वर्कर्स यूनियन अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर शहर में निकले

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Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा। पेट्रोलियम वर्कर्स यूनियन (मथुरा रिफाइनरी कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनिट ) मथुरा के सैंकड़ों सदस्यों ने आज अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर शहर के आम जनमानस का ध्यान आकर्षण करने हेतु गांधी प्रतिमा विकास बाजार से शुरू कर मथुरा की पंच कोसीय परिक्रमा प्रारम्भ की।

हाथों में लाल झंडे और तख्तियां लेकर देह दूरी बनाये रखते हुए एवं चेहरे पर मास्क लगाए हुए सैकडों की तादाद में ज्योंहि मजदूरों का जुलूस राजकीय संग्रहालय तक पहुंचा त्योंही एसएचओ कोतवाली सरिता द्विवेदी के नेतृत्व में पुलिस बल ने कोरोना काल का हवाला देते हुए उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया तथा उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगे जिला प्रशासन व रिफाइनरी प्रशासन तक पहुंचा दी जाएंगी और उनका शीघ्र समाधान किया जावेगा।

नगरनिगम और महंगाई के देखते हुए पारश्रमिक रिवाइज किया जाए

पेट्रोलियम वर्कर्स यूनियन असंगठित क्षेत्र मथुरा इकाई के अध्यक्ष का० मधुवन दत्त चतुर्वेदी व मजदूर नेता का० शिवदत्त चतुर्वेदी व उपाध्यक्ष प्रेम चंद एवं वेद प्रकाश के नेतृत्व में रिफाइनरी ठेका श्रमिको के साथ उनकी मांगों को लेकर शुरू की गई इस पंचकोसिय परिक्रमा में का० सौरभ चतुर्वेदी, का० उत्कर्ष चतुर्वेदी एडवोकेट, का० अनुराग, काo अश्विनी कुमार सिंह, काo नाज़िम खान , काo खलीलखान , काo साबिर खान, काoमुनेश मिश्रा, काo करन इंसान आदि थे। प्रदर्शनकारीयों की मुख्यतः मांग थीं कि नगरनिगम और महंगाई के देखते हुए पारश्रमिक रिवाइज किया जाए, सभी संविदा श्रमिकों को 12 % बोनस और ग्रेच्युटी सुनिश्चित की जाए, स्टैटिक और नॉन स्टैटिक सभी प्रकार के श्रमिकों को समान वेतन व भत्ते दिए जाएं और ओवर टाइम में कैंटीन की सुविधा भी दी जाए। प्रदर्शनकारी अपनी कुल 14 सूत्रीय मांगों के लिए कई बार रिफाइनरी प्रबंधन से त्रिपक्षीय समझौते की मांग रख चुके हैं जिसके प्रति रिफाइनरी की उपेक्षा से व्यथित होकर आज श्रमिकों ने यह आयोजन किया था।