पत्रकार हेमेंद्र चतुर्वेदी, डॉ. अनिल दीक्षित, निर्दोष शुक्ला, राजेंद्र शुक्ला, मनीष शर्मा को देवर्षि नारद पत्रकारिता पुरस्कार, सीएम योगी के ओएसडी डॉ. सरवन बघेल, डीएम नवनीत सिंह चहल, हिंदुस्तान के संपादक डॉ. मनोज पमार ने कही यह बात

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विश्व संवाद केंद्र आगरा विभाग ने आयोजित किया देवर्षि नारद जयंती समारोह

समाज को समरसता और चिंतन का बोध कराना पत्रकारिता की जिम्मेदारी है- डाॅ. सरवन बघेल

आगरा। नारद जी समदृष्टि हैं। सज्जन शक्ति के लिए विमर्श के वातावरण को तैयार करने वाले भी नारद हैं और लोककल्याण के लिए सदैव प्रत्यनशील रहने वाले नारद ही हैं। नारद जी के चरित्र से ही प्रेरणा लेकर भारतीय पत्रकारिता ने हमेशा स्वार्थ, लोक एवं माया के स्थान पर धर्म के कार्य को श्रेष्ठ माना। यह कहना था मुख्यमंत्री उप्र के विशेष कार्याधिकारी डाॅ. सरवन बघेल का।

बुधवार को विश्व संवाद केंद्र, आगरा विभाग के तत्वावधान में खंदारी स्थित सेठ पदमचंद जैन संस्थान में देवर्षि नारद जयंती एवं पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डाॅ. सरवन बघेल ने कहा कि नारद जी की पत्रकारिता ने हमेशा सज्जन शक्ति की रक्षा और राष्ट्रविरोधियों का दमन किया। अखिल ब्रह्मांड के प्रथम पत्रकार माने जाने वाले देवर्षि नारद के जीवन चरित्र को हमें अपने मन में उतार कर स्वयं का चिंतन करना होगा। चिंतन के अभाव में ही समाजिक समरसता खत्म हो रही हैं एवं दूरियां बढ़ रही है।

देवर्षि नारद जयंती में उपस्थित अतिथि

डाॅ. सरवन बघेल ने कहा कि प्रिंट मीडिया चिरस्थाई है। समाज में समरसता एवं चिंतन का बोध कराना पत्रकारों की भी जिम्मेंदारी है और आज का दौर सकारात्मक पत्रकारिता का है। डाॅ. सरवन बघेल ने कहा कि केरला स्टोरी मूवी में युवाओं का समाज से भटकाव दिखाया गया है, इसे रोकना होगा एवं स्वयं का चिंतन करना होगा।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कहा प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं मीडिया के अन्य प्लेटफार्म तुरंत समाज को जानकारी देते हैं। कोरोना काल में मीडिया सूचना के आदान-प्रदान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, ऐसे प्लेटफार्म का उपयोग समाज के उत्थान में योगदान के लिए होना चाहिए। इसके लिए देवर्षि नारद के चरित्र एवं कार्यों का मनन करना होगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार व दैनिक हिन्दुस्तान के आगरा/अलीगढ़ संस्करण के संपादक मनोज पमार ने कहा कि संचार माध्यमों में प्रिंट मीडिया ही सबसे विश्वसनीय स्रोत है और इसकी साख हमेशा बनी रहेगी। सोशल मीडिया के दौर में सूचनाओं का आदान-प्रदान बढ़ा है। साथ ही चुनौतियां भी बढ़ी हैं। मनोज पमार ने कहा कि पत्रकारिता का पेशा संघर्ष का पेशा है, इसका अनुभव पत्रकार ही करता है। उन्होंने कहा कि देवर्षि नारद हम पत्रकारों के विचारों के संवाहक के रूप में ही हैं।

देवर्षि नारद जयंती में उपस्थित श्रोता गण

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डाॅ. हितेश लवानिया ने देव ऋषि नारद को नमन करते हुए पत्रकारों को शुभकामनाएं दीं।

कार्यक्रम में प्रिंट मीडिया के वरिष्ठ पत्रकार हमेंद्र चतुर्वेदी एवं डाॅ. अनिल दीक्षित, इलेक्ट्रोनिक्स मीडिया के क्षेत्र में निर्दोष शर्मा, ग्रामीण पत्रकारिता में राजेंद्र शुक्ला और छाया पत्रकार मनीष शर्मा को पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए वर्ष 2022-23 का देवर्षि नारद पत्रकारिता पुरस्कार प्रदान किया गया।

कार्यक्रम में मंचासीन अतिथि

कार्यक्रम में प्रांत के सह प्रचार प्रमुख कीर्ति जी, विभाग प्रचारक आनंद जी, प्रांत व्यवस्था प्रमुख दिलीप गोयल, विभाग सह संघचालक विजय गोयल, विभाग सह कार्यवाह सुनील दीक्षित, संस्थान के निदेशक ब्रजेश रावत, केसर सिंह, रजत सिंघल, उद्यमी कुलदीप ठाकुर, आदेश तिवारी, हिमांशु ठाकुर आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन राहुल सिंघल ने किया। विनीत शर्मा ने भूमिका रखी और धन्यवाद राजीव शर्मा ने दिया।

अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम संयोजक व विभाग प्रचार प्रमुख मनमोहन निरंकारी ने किया।

Dr. Bhanu Pratap Singh