आगरा में जहां RSS ब्रज पांत कार्यालय, BJP बृज क्षेत्र कार्यालय, ADA Office, GST Office और शानदार कोठियां फिर भी समस्या ही समस्याएं

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. जयपुर हाउस कॉलोनी, 55 वर्षों से अस्तित्व में है।  यहीं पर ए.डी.ए. कार्यालय, जी.एस.टी. कार्यालय, भारतीय जनता पार्टी कार्यालय, आर.एस.एस. कार्यालय (माधव भवन), जयपुर हाउस मार्केट और आगरा के कई विशिष्ट व्यक्तियों के निवास होने के कारण यह एक महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं। इसमें करीब 400 आवासीय मकान हैं और इसके आस-पास 5 दर्जन से अधिक कॉलोनियाँ स्थित हैं। इसके बाद भी कॉलोनी में अनेक समस्याएं व्याप्त हैं, जो जनजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही हैं।

  1. स्ट्रीट लाइट्स की आवश्यकता

जयपुर हाउस पुलिस चौकी से ए.डी.ए. रोड तक स्ट्रीट लाइट्स की कमी एवं पेड़ों की ढके होने के कारण रात्रि में अंधकार व्याप्त रहता है। इससे दुर्घटनाएं हो रही हैं, और राहगीरों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कॉलोनी की सुंदरता को ध्यान में रखते हुए जयपुर हाउस कालोनी के अंतर्गत डिज़ाइनर स्ट्रीट लाइट्स लगवाई जाएं। एवं पेड़ों की छँटाई कराई जाए।

  1. अतिक्रमण हटवाना

पुलिस चौकी से ए.डी.ए. रोड तक खोखे और अन्य अतिक्रमण बढ़ रहे हैं, जिससे न केवल कॉलोनी की सुंदरता प्रभावित हो रही हैं, बल्कि अवांछित गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है। आपराधिक गतिविधियां बढ़ रही हैं। तत्काल अतिक्रमण हटवाया जाए।

  1. सांकेतिक बोर्ड की आवश्यकता

जयपुर हाउस कालोनी के पुराने स्वरूप के कारण कोठी नंबर असंगत है। कोठी नंबर और उनके स्थान असंगत होने से आगंतुकों को परेशानी होती है। अनुरोध है कि कोठी नंबर और नक्शे सहित सांकेतिक बोर्ड उचित स्थानों पर लगाए जाएं, जिससे आगंतुको को पहुँचने में आसानी हो सके।

  1. फुटपाथ मरम्मत

कॉलोनी के फुटपाथ कई स्थानों पर जर्जर हैं, कच्ची जगह को पक्का कराया जाये और कुछ जगहों पर फुटपाथ निर्माण की आवश्यकता है। इनकी शीघ मरम्मत कराई जाए।

  1. बंदर एवं कुत्तों का आतंक

बंदर और आवारा कुत्तों के झुंड कॉलोनीवासियों को परेशान कर रहे हैं। इनके कारण बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अभी हाल ही में दुखद घटना जो बहुत तेज़ी से वॉटसएप पर भी वायरल हुई। ऐसी घटना आगे ना हो पाए इसलिए इनका सुरक्षित स्थानांतरण कराया जाए।

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  1. पार्कों की देखभाल

कॉलोनी के पार्कों की देखभाल हेतु कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए।

  1. पार्क विकास पर विचार-विमर्श

पार्कों के विकास से संबंधित कार्य सोसाइटी के अध्यक्ष व महासचिव के साथ विचार-विमर्श के उपरांत ही कराए जाएं।

  1. पार्कों में मूर्तियों की स्थापना पर रोक

पार्कों में मूर्तियों की स्थापना की अनुमति न दी जाए, ताकि उनका उपयोग खेल-कूद, सांस्कृतिक और रचनात्मक कार्यों के लिए हो सके।

  1. वृक्षों की छंटाई:

कॉलोनी के वृक्षों की छंटाई तुरंत कराई जाए, ताकि यातायात और विकास कार्य सुचारु रूप से संचालित हो सकें। वृक्षों की छंटाई इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि स्ट्रीट लाइट की रोशनी वृक्षों की टहनियों में दबकर नीचे तक नहीं आती हैं, जिससे अँधेरा बना रहता है।

  1. विकास मीटिंग में सहभागिता

नगर निगम द्वारा आयोजित विकास कार्यों की बैठकों में सोसाइटी के अध्यक्ष/महासचिव को आमंत्रित किया जाए, ताकि स्थानीय समस्याओं पर चर्चा हो सके।

जयपुर हाउस आवासीय वेलफेयर सोसाइटी (रजि.) के अध्यक्ष और जाने-माने आयकर अधिवक्ता अनिल वर्मा एडवोकेट के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल से मुलाकात की। उन्हें कॉलोनी की डायरेक्टरी भेंट की।र एक ज्ञापन सौंपा। इसमें कॉलोनी की विभिन्न समस्याओं का उल्लेख और उनके समाधान के सुझाव प्रस्तुत किए गए।

प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ पत्रकार अरविंद शर्मा (गुड्डू भाई), रंजीत समा, मुकुल गर्ग पूर्व पार्षद (महासचिव) और गिर्राज बंसल (कोषाध्यक्ष) शामिल रहे। नगर आयुक्त श्री खंडेलवाल ने आश्वासन दिया कि वे शीघ्र ही जयपुर हाउस कॉलोनी का दौरा कर वहां की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करेंगे।

 

Dr. Bhanu Pratap Singh