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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.
उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री और फतेहपुर सीकरी से पूर्व विधायक चौधरी उदयभान सिंह के पुत्र भारतीय जनता पार्टी के नेता डॉ संजीव पाल सिंह ने आगरा की राजनीति में सनसनी खेत बयान देकर धमाका कर दिया है। उन्होंने बिना नाम लिए फतेहपुर सीकरी से विधायक चौधरी बाबूलाल पर निशाना साधा। फतेहपुर सीकरी से भाजपा द्वारा घषित प्रत्याशी राजकुमार चाहर के खिलाफ रायता फैलाने पर मांग की कि उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाए। भाजपा ने उन्हें संसद और विधायक बनाया इसके बाद भी पार्टी और आरएसएस को लगातार गालियां दे रहे हैं। ब्लैकमेल की राजनीति कर रहे हैं। चौधरी उदय भान सिंह ने भी अलग से बातचीत में इसी तरह की बात कही।
डॉ संजीव पाल सिंह ने शांति स्वीट्स जयपुर हाउस पर पत्रकारों को संबोधित किया। उन्होंने मीडिया से साफतौर पर कहा कि उनके परिवार जनसंघ के समय से ही पार्टी के साथ है। फिर भी पार्टी मेरे पिता का टिकट काटकर लोकदल से भाजपा में आए चौधरी चौधरी बाबूलाल को टिकट दिया हमने उन्हें हर बार जिताने का काम किया। 2024 के चुनाव में भी वे दबाव बनाकर अपने लिए या अपने पुत्र के लिए टिकट चाहते हैं। पार्टी इस बार किसी दबाव में नहीं आएगी। फतेहपुर सीकरी से राजकुमार चाहर इस बार 7 लाख वोटों से चुनाव जीतेंगे।
डॉ संजीव पाल सिंह ने मीडिया को एक प्रेस नोट भी जारी किया जिसे हम यथावत प्रकाशित कर रहे हैं
लोकसभा चुनाव 2024 आ गया है तो एक व्यक्ति फिर से भारतीय जनता पार्टी के असली कार्यकर्ताओं के हक पर डाका डाल रहा है। भाजपा के देवतुल्य कार्यकर्ता के बल पर विधायक और सांसद बने लेकिन उन्हीं कार्यकर्ताओं का अपमान किया जाता है। पार्टी का अनुशासन तार-तार कर दिया है। ऐसे व्यक्ति को सबक सिखाने की जरूरत है।
अगर मैं अपने पिता चौ. उदयभान सिंह की बात करूं तो इस व्यक्ति ने पार्टी नेतृत्व को भ्रमित करके 2004, 2009, 2014 और 2019 में मेरा लोकसभा का टिकट कटवाया। 2017 के विधानसभा चुनाव में हराने के लिए पूरा जोर लगाया। ये तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रभाव था कि चुनाव जीत गया। साथ ही देवतुल्य भाजपा कार्यकर्ताओं का कठिन परिश्रम काम आया। हमने इस व्यक्ति को चुनाव जिताने के लिए भाजपा के सिपाही होने के नाते पूरी ताकत झोंकी लेकिन इसने हमें चुनाव हराने में पूरी ताकत लगाई।
इस व्यक्ति ने 2014 में सांसद का टिकट हासिल किया। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पूरा दम लगाकर चुनाव जिताया लेकिन उन्हीं कार्यकर्ताओं का अहित किया। 2022 के विधानसभा चुनाव में इस व्यक्ति ने फिर से बगावत के नाम पर भाजपा का टिकट हासिल कर लिया। पार्टी का आदेश मानते हुए कार्यकर्ताओं ने चुनाव जिताया। इसके बाद भी कार्यकर्ताओं का उपेक्षा जारी है। हिमाकत देखिए कि जिस पार्टी ने सांसद और विधायक बनाया, उसे लगातार गालियां देने का क्रम जारी है।
अब पार्टी ने लोकप्रिय सांसद राजकुमार चाहर को एक बार फिर से फतेहपुर सीकरी का प्रत्याशी बनाया है तो यह व्यक्ति अपने असली रूप में आ गया है। स्वयं या अपने पुत्र का टिकट दिलाने के लिए दबाव बना रहा है। भाजपा से टिकट न मिले तो जयंत चौधरी या कांग्रेस से टिकट मांग रहा है। इस तरह की दगाबाजी और धोखेबाजी से भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ता हतप्रभ हैं। सांसद और विधायक रहते हुए भी पार्टी का अनुशासन नहीं माना है।
कितने ताज्जुब की बात है कि इस व्यक्ति को सहकारिता चुनाव, ग्राम प्रधान चुनाव, ब्लॉक प्रमुख चुनाव, जिला पंचायत सदस्य चुनाव, जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव, विधायक चुनाव, सांसद चुनाव समेत सबका चुनाव लड़ना है। स्वयं के अलावा अपने पुत्र, भाई, बहू को चुनाव लड़वाना है। हमारी पार्टी परिवारवाद के खिलाफ है लेकिन यह परिवारवाद चला रहा है। पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशी के खिलाफ पंचायत करना, लामबंदी करना पार्टी के प्रति विद्रोह है। मैं पार्टी नेतृत्व से मांग करता हूँ कि ऐसे व्यक्ति को पार्टी अनुशासन का पाठ पढ़ाए। कार्यकर्ताओं का कत्ल करने वाले व्यक्ति को पार्टी सबक सिखाए। यह ऐसा व्यक्ति है जो जिस थाली में खाता है, उसी में छेद करता है।
इस व्यक्ति ने 1990 में पनवारी कांड करके सामाजिक ताना-बाना छिन्न-भिन्न कर दिया। भाजपा कोई जातिगत भेदभाव नहीं करती है लेकिन यह व्यक्ति आज भी जाटव समाज को खुलेआम गालियां देता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 के माध्यम से वसुधैवकुटुंबकम का संदेश संपूर्ण विश्व को दिया है और यह व्यक्ति जातिगत गालियां देकर राजनीति कर रहा है। 21 जून, 1990 को हुए पनवारी कांड में क्या हुआ था, यह पूरा देश जानता है।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह राजू भैया की सभा में लोधी समाज के अनेक सिंह का चांटा मारकर संपूर्ण समाज को अपमानित किया। इस व्यक्ति की आदत है समाज को जातियों में बांटना।
मेरे पिता चौ. उदयभान सिंह भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं और इस व्यक्ति ने उनके खिलाफ विधानसभा में गलत तथ्यों के आधार पर सवाल पूछा। हमारे परिवार पर सदैव व्यक्तिगत हमला किया है। हमारे व्यापार को भी नुकसान पहुंचाया है।
पिता-पुत्र मिलकर पार्टी को नुकसान पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसका प्रमाण हाल ही में श्री राजकुमार चाहर के खिलाफ हुई पंचायत है। मैं भी सोच रहा था कि पार्टी फतेहपुर सीकरी से टिकट देगी लेकिन टिकट नहीं मिला तो क्या पंचायत की जाए? टिकट न मिलने पर पंचायत करना पार्टी के खिलाफ गद्दारी है। यह तो हमारी पार्टी की भलमनसाहत है कि अभी तक दोनों पार्टी में बने हुए हैं। किसी अन्य पार्टी में होते तो कब के बाहर निकाल दिए गए होते। उन्हें पार्टी के प्रति कृतज्ञ करना चाहिए, लेकिन ये तो आंखें दिखा रहे हैं।
हम तो विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा की फौज के सिपाही हैं। भारत माता के पुजारी हैं। हमारी पार्टी ने विश्व में भारत की पहचान कायम की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनने की ओर है। 2047 तक भारत विकसित राष्ट्र बन जाएगा। अगले कुछ वर्षों में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा। ऐसी पार्टी के साथ मतदाताओं को तन-मन-धन से रहना चाहिए। पार्टी को धोखे में रहकर चुनाव लड़ने के लिए बार-बार टिकट हासिल करना और करने का प्रयास करने वालों के साथ जाना भी पाप है।
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