नशे की गिरफ्त में धर्म नगरी, हरियाणा से शराब और उड़ीसा से आ रहा गांजा

Crime HEALTH NATIONAL REGIONAL

Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा। कान्हा की नगरी नशे की गिरफ्त में हैं। बिना अनुमति के हुक्का बार चल रहे हैं तो परचून की दुकानों पर चीनी बूरे की तरह गांजा बिक रहा है। हरियाणा से शराब आ रही है तो उडीसा से गांजा। आगरा पुलिस ने मथुरा के दो गांजा होलसेलर के नाम खोल दिये हैं। अब बारी मथुरा पुलिस है वह गांजे के रिटेलरों तक पहुंचे और इस चेन को तोड़ने की।  
एसटीएफ के मुताबिक, टैंकर में 505 किलोग्राम गांजा निकला
एसटीएफ आगरा ने शुक्रवार देर रात टैंकर से तस्करी का गांजा ले जायी जा रही गांजे की बडी खेप को ठिकाने पर पहुंचने से पहले ही जब्त कर लिया। ये खेफ उडीसा से मथुरा के बल्देव क्षेत्र में कहीं ले जायी जा रही थी। टैंकर सिकंदरा क्षेत्र से मथुरा की ओर जाने वाला था। इस सूचना पर एसटीएफ ने औद्योगिक क्षेत्र के पास एक टैंकर को रोक लिया। टीम ने टैंकर को खुलवाकर चेक किया। इसके अंदर प्लास्टिक के बोरों में गांजा रखा हुआ था। तीन आरोपियों को पकड़ लिया गया। एसटीएफ के मुताबिक, टैंकर में 505 किलोग्राम गांजा निकला। आरोपी बरहन के कुरगंवा निवासी प्रशांत कुशवाहा, भरतपुर के बयाना स्थित गांव भूड़िया निवासी रामेश्वर मीणा और भरतपुर के चिकसाना स्थित नगला आशा निवासी रघुवेंद्र सिंह हैं। 

आगरा पुलिस ने मथुरा के दो बडे गाजा माफियाओं का नाम उजागर किया है
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ओडिशा से गांजा लेकर आए हैं। मथुरा में बल्देव निवासी रवेंद्र और ध्रुव जाट ने मंगवाया है। आगरा पुलिस रवेंद्र और ध्रुव जाट तक पहुंचने का भी प्रयास कर रही है। ज्ञात रहे कि बल्देव क्षेत्र में इससे पहले भी बडी मात्रा में कई बार गांजा जब्त किया जा चुका है, लेकिन एक दो पर कार्रवाही के बाद पुलिस मामले को ठंडे बस्ते में डाल देती है। इन होलसेलरों का पता चलने के बाद भी पुलिस उन लोगों तक पहुंचने का प्रयास नहीं करती जो इन लोगों से फुटकर में ये गांजा उठाते हैं और बेचते हैं। बडे गांजा माफिया का रेकेट पकडे जाने के बाद भी बना रहता है, इस लिए ये कारोबार बदस्तूर जारी रहता है। एक बार फिर आगरा पुलिस ने मथुरा के दो बडे गाजा माफियाओं का नाम उजागर किया है।  

2 हजार रूपये का माल 10 हजार रूपये में बेचा जाता है
एसटीएफ ने ट्रक में चावल के बोरों में छिपाकर लाया गया 50 लाख रुपये का गांजा बरामद किया था। चालक पकड़ा गया था। वह ओडिशा के राधा नामक व्यक्ति से गांजा लेकर आया था। गांजा एक से दो हजार रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से लाया जाता है। इसको दस हजार रुपये तक में बेच दिया जाता है। अलग-अलग इलाकों में भेजा जाता है।

करोडों में है मथुरा के माफिया का उडीसा से कारोबार
11 मई 2020 को उडीसा से ज्वार की बोरियों में तस्करी कर लाया गया 4 कुंतल गांजा मथुरा पुलिस ने बरामद किया था। जिसकी कीमत करीब 40 लाख रूपये थी। पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था। 2018 में मथुरा पुलिस ने उड़ीसा से तस्करी कर लाया जा रहा करीब एक करोड़ की कीमत का गांजा पकड़ा। इस एक कंटेनर में दोना पत्तल के बीच छिपाकर ले जाया जा रहा था। चालकों ने इसमें उड़ीसा से दोना पत्तल लाने की बात कही। पुलिस ने जब कंटेनर में घुसकर तलाशा तो दोना और पत्तलों के बंडलों के बीच गांजा बरामद हुआ। 11 अक्टूबर 2018 में थाना हाइवे क्षेत्र के महोली गांव से लग्जरी कार से एक क्विंटल गांजा पकडा था। 1 अगस्त 2017 को पुलिस ने 10 लाख कीमत का गांजा बरामद किया था। 31 अगस्त 2017 को जैंत चौकी क्षेत्र में पुलिस ने उड़ीसा से तस्करी कर लाया जा रहा एक करोड़ की कीमत का गांजा पकड़ा है। इस एक कंटेनर में दोना पत्तल के बीच छिपाकर ले जाया जा रहा था। 8 मार्च 2020 को मथुरा पुलिस ने ट्रक से 375 किलो गांजा बरामद किया था।

Dr. Bhanu Pratap Singh