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वि.वि. में भारत रत्न आंबेडकर जयंती की धूम, राजेश खुराना ने कहा- संविधान जीवन का माध्यम है, वकीलों का पुलिंदा नहीं, देखें तस्वीरें

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Agra, Uttar Pradesh, India. डॉ. भीमराव आंबेडकर  विश्वविद्यालय, आगरा भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की 131वीं जयंती की धूम रही। वि.वि. में बाबा साहब की प्रतिमा पर पूर्ण श्रद्धा के साथ माल्यार्पण किया गया। उनके त्याग को याद किया गया। इसके बाद विचार गोष्ठी हुई। इसमें विशिष्ट अतिथि हिन्दू जागरण मंच के बृज प्रांत संयोजक राजेश खुराना ने बाबा साहब के जीवन से संबंधित प्रेरक प्रसंग सुनाए।

विचार गोष्ठी के आरंभ में बाबा साहब के तैल चित्र और सरस्वती माता की प्रतिमा पर प्रतिकुलपति और कुलसचिव ने माल्यार्पण किया। इसके पश्चात मंचासीन अतिथियों का माल्यार्पण, शॉल और स्मृति चिह्न देकर स्वागत किया गया। विशिष्ट अतिथि राजेश खुराना ने बाबा साहब के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संविधान जीवन का माध्यम है, वकीलों का पुलिंदा नहीं है। देश के विकास के लिए हम सब भारतीय हैं और हमें मिलजुल कर देश को बढ़ाने के लिए प्रयास करना चाहिए।

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कार्यक्रम को संबोधित करते हिन्दू जागरण मंच के प्रांतीय संयोजक राजेश खुराना

प्रति कुलपति प्रोफेसर अजय तनेजा ने कहा कि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने अपने विचारों से लोगों को सशक्त बनाया। उन्होंने कहा कि बुद्धि का विकास मानव के लिए सशक्त अस्त्र होना चाहिए। देश के विकास से पहले अपनी बुद्धि के विकास की आवश्यकता है। उन्होंने पुरुष के साथ महिलाओं के भी विकास की आवश्यकता पर भी दिया। उन्होंने बताया एससी-एसटी और ओबीसी 29 छात्र छात्राओं को ₹5000 महीना पीएचडी के लिए छात्रवृत्ति दी गई है। हमें आज अंबेडकर के विचारों की बहुत आवश्यकता है।

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आगरा विवि में आंबेडकर जयंती पर समाजसेवी राजेश खुराना का सम्मान करते डॉ.अरविन्द टाइटलर एवं अन्य।

कुलसचिव संजीव कुमार सिंह ने कहा कि आंबेडकर जी की सोच वह सबके प्रति समान थी। उनके संविधान में सभी को समानता प्रदान की गई है। आंबेडकर जी ने विश्व के अच्छे से अच्छे विचारों को अपने संविधान में रखा। आंबेडकर बुद्ध से प्रेरित थे। वे मानते थे कि आज समाज में एकता तभी आ सकती है जब सभी के प्रति प्रेम और बंधुत्व का भाव रखा जाए और सहायता की जाए। आंबेडकर के विचारों के अनुरूप हम लोग समाज सेवा का व्रत लें और विश्वविद्यालय परिवार को अंबेडकर की सोच के अनुरूप बनाएं।

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आंबेडकर जयंती पर समाजसेवी राजेश खुराना एवं विवि प्रोफेसर ने बच्चों को उपहार भी वितरित किए।

प्रोफेसर संजय चौधरी ने कहा कि बाबा साहब का पढ़ाई के प्रति बहुत रुझान था। वे सभी को पढ़ने के लिए सदैव प्रेरित करते थे। हम सब भी उनके विचारों को अपनाकर बाबा साहब की तरह बड़े बन सकते हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय डॉ. कपिल ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान और प्रकृति में समानता बतायी। दयालबाग शिक्षण संस्थान के संजीव कुमार ने कहा आज सकारात्मकता का समय है। एक दूसरे की मदद करें।

 

इस अवसर पर डॉक्टर अरविंद टाइटलर ने बाबा साहब के जीवन पर प्रकाश डाला। शिव सिंह, सुमित चौधरी, अरविंद गुप्ता, अनिल श्रीवास्तव, डॉ. रंजीत भारती, डॉ. प्रदीप वर्मा, डॉ. कपिल हरित श्रीमती मनोज कुमार, रजत चौधरी, खेम बाबू, अजय कुमार गौतम, संतोष यादव, मलखान सिंह, मदनलाल, विनोद निराला, राजेंद्र, ब्रजेश सिंह, हिमांशु निगम सहित बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति संघ के पदाधिकारी एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

Dr. Bhanu Pratap Singh