माता-पिता और शिक्षक साक्षात लक्ष्मी व सरस्वती का रूप होते हैं
शिवालिक कैम्ब्रिज कॉलेज में विद्यार्थियों को संयमित जीवन जीने का संदेश दिया
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Agra, Uttar Pradesh, India. परमविदुषी साध्वी वैराग्य निधि महाराज ने शिवालिक कैम्ब्रिज कॉलेज में विद्यार्थियों को संयमित जीवन जीने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि माता-पिता का धन की देवी लक्ष्मी और शिक्षक को विद्या की देवी सरस्वती के रूप में पूजन करना चाहिए। उन्होंने ओम ध्वनि कराई। बताया कि जब नाभि से ओम निकलता है तो हमारा मस्तिष्क खुल जाता है। इससे विद्यार्थी अध्ययन के प्रति एकाग्र होते हैं।
जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्री संघ ने शिवालिक कैम्ब्रिज कॉलेज में ‘बच्चे मन के सच्चे’ कार्यक्रम आयोजित किया था। इसी कार्यक्रम में महाराज साहब ने छात्रों को ओम, शाकाहार, अहिंसा और सत्य के माध्यम से दिव्य चेतना जाग् सागाब नेार्स्ति में पूजडनरत करने के सरल उपाय बताए।
उन्होंने बच्चों को बताया कि जब हमें किसी भी रूप में धन की आवश्यकता पड़ती है तो हमें माता-पिता देते हैं। इसलिए माता-पिता साक्षात लक्ष्मी हैं। गुरु हमें शिक्षा देते हैं इसलिए वे हमारे लिए साक्षात सरस्वती के समान हैं। हमें दोनों की आज्ञा का पालन करना चाहिए तभी अपने जीवन का उद्देश्य प्राप्त कर सकते हैं। साध्वी जी ने बच्चों का मस्तिष्क उर्वर करने के लिए नौ बार ओम ध्वनि कराई।
जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्री संघ के अध्यक्ष राजकुमार जैन ने बच्चों से अपील की कि साध्वी महाराज द्वारा बताए गए उपायों का अनुसरण करें। निश्चित रूप से सफलता मिलेगी। सहायक निदेशक सुनील कुलश्रेष्ठ ने आभार प्रकट किया। संचालन कार्यक्रम के संयोजक गौरव ललवानी ने किया।
इस अवसर पर शिवालिक ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के निदेशक शिवांग यादव, प्रबंध निदेशक गौरांग यादव, प्रधानाचार्य श्रीमती आशा कपूर, अशोक ललवानी, गौरव जैन एडवोकेट, अंकित जैन, रश्मि ललवानी, शिल्पा जैन, पारुल सिंघल, विवेक उपाध्याय, विनय जैन, अर्चना जैन की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
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