कनाडा की राजधानी ओटावा ट्रकों के सबसे बड़े काफिले से जूझ रही है। इस काफिले को ‘फ्रीडम कॉनवॉय’ Freedom Convoy नाम दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस कफिले में 20 हजार के करीब ट्रक, 50 हजार ट्रक ड्राइवर और उनके हजारों समर्थक शामिल हैं। इन ट्रक चालकों ने कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो को घेरने के लिए ओटावा पहुंचे हैं जो अब परिवार सहित एक सुरक्षित स्थान पर भाग गए हैं। बताया जा रहा है कि यह एक जगह पर ट्रकों का दुनिया का सबसे बड़ा जमावड़ा है।
कनाडा में रह रहे खालिस्तान समर्थक जोधवीर धालीवाल ने प्रदर्शन कर रहे समूह को भारी दान दिया, जोधवीर ने ही पिछले साल कनाडा में तिरंगा कार रैली के दौरान भारतीयों को गालियां दी थीं।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक पूरे कनाडा से करीब एक सप्ताह की लंबी यात्रा करने के बाद ये विशालकाय ट्रक राजधानी ओटावा पहुंचे हैं। ये लोग कोरोना वैक्सीन को अनिवार्य किए जाने और कोविड प्रतिबंधों का जोरदार विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शन के आयोजकों ने जोर देकर कहा है कि यह आंदोलन शांतिपूर्ण होगा लेकिन इतनी भीड़ के सामने लाचार नजर आ रही पुलिस ने कहा है कि वो इस संकट के लिए तैयार नहीं है।
पीएम ने ट्रक ड्राइवरों के खिलाफ विवादित टिप्पणी भी की
ट्रकों के इस काफिले को ‘फ्रीडम कॉनवॉय’ नाम दिया गया है। इस पूरे आंदोलन की शुरुआत उस समय हुई जब अमेरिका-कनाडा सीमा पर कोरोना वैक्सीन को जस्टिन ट्रूडे की सरकार ने अनिवार्य कर दिया गया। उन्होंने ट्रक ड्राइवरों के खिलाफ एक विवादित टिप्पणी भी की। इस नए आदेश का असर यह हुआ कि कनाडा के जिन ड्राइवरों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें अब अमेरिका से वापस आने पर कनाडा के अंदर क्वारंटाइन होना पड़ रहा है।
इसके विरोध में कनाडा के पश्चिमी हिस्से में ट्रक ड्राइवरों के बीच एक गठबंधन बनने लगा। इसने धीरे-धीरे गति पकड़ ली और वे एक जगह पर जमा होकर पूरब की तरफ राजधानी ओटावा के लिए बढ़ने लगे। इनमें से कई लोग ऐसे थे जो पहले से ही पीएम जस्टिन ट्रूडो की राजनीति का विरोध करते रहे हैं। अब कोरोना प्रतिबंधों के कारण उनके अंदर गुस्सा काफी बढ़ा हुआ है। अब आलम यह है कि ओटावा जाने वाली सड़कें ट्रकों से भरी हुई हैं। रास्तेभर में लोग ट्रक चालकों का स्वागत कर रहे हैं।
हिंसा की आशंका को देखते हुए पुलिस हाई अलर्ट
यही नहीं, ट्रक ड्राइवर भी हॉर्न बजाकर जस्टिन ट्रूडो का विरोध कर रहे हैं। उनके हाथ और ट्रक पर कनाडा का झंडा फहरा रहा है। कनाडा के वैक्सीन के नियमों का विरोध करने वालों में कई बच्चे भी शामिल हैं। ये प्रदर्शनकारी रास्तेभर नाचते और नारेबाजी करते हुए ओटावा आ रहे हैं। सोशल मीडिया में जस्टिन ट्रूडो टॉप ट्रेंड कर रहे हैं। उधर, जस्टिन ट्रूडो प्रदर्शनकारियों के गुस्से को देखते हुए अपने परिवार के साथ राजधानी में ही सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं।
उधर, हिंसा की आशंका को देखते हुए पुलिस हाई अलर्ट है। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी संसद के पास जमा हो गए हैं। पुलिस अभी तक यह पूरा अनुमान नहीं लगा सकी है कि कितने प्रदर्शनकारी हैं। शुक्रवार को जस्टिन ट्रूडो ने मीडिया से चिंता जताई थी कि यह प्रदर्शन हिंसक हो सकता है। उन्होंने कहा कि फ्रीडम कॉनवॉय महत्व नहीं रखने वाले अल्पसंख्यक गुट का प्रनिधित्व करता है और वे कनाडा के लोगों के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।
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