मथुरा: वृंदावन में केशव नगर मार्ग पर आरएसएस कैंपस के नजदीक बुर्जा स्थित वैदिक सूत्रम गेस्ट हाउस के बराबर में 31 मई 2025 को ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की पंचमी को 27 नक्षत्रों के सम्राट पुष्य नक्षत्र में शनिवार को विधिवत स्थापित वैदिक सूत्रम शक्तिपीठ में हिन्दू पंचांग के अनुसार गुप्त नवरात्रि में वैदिक सूत्रम चेयरमैन एस्ट्रोलॉजर पं प्रमोद गौतम के हिन्दू पंचांग के जन्म दिवस के दिन आषाढ़ शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 28 जून 2025 को 27 नक्षत्रों के सम्राट ब्रह्मांड के न्यायाधीश शनि ग्रह के पुष्य नक्षत्र में शनिवार को 27 नक्षत्रों के सम्राट पुष्य नक्षत्र में वैदिक सूत्रम चेयरमैन के द्वारा विधिवत शुभारंभ देवी आदि-शक्ति के सिद्ध महायज्ञ के द्वारा आरंभ हुआ। जिसका समापन आषाढ़ शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 04 जुलाई 2025 को सात दिवसीय महाचंडी यज्ञ का समापन वैदिक सूत्रम चेयरमैन एस्ट्रोलॉजर पं प्रमोद गौतम ने दस महाविद्याओं के सिद्ध मंत्रों के द्वारा यज्ञ में आहुतियों के द्वारा किया।
सात दिवसीय महाचंडी यज्ञ में विभिन्न राज्यों के शहरों से आए गणमान्य व्यक्तियों ने वृन्दावन में बुर्जा स्थित वैदिक सूत्रम शक्तिपीठ के दर्शन किए और पितृ दोष के प्रकोप से जूझ रहे व्यक्तियों ने वैदिक सूत्रम शक्तिपीठ में अपनी असामान्य समस्याओं से स्थाई रूप से मुक्ति के लिए देवी आदि-शक्ति से शक्तिपीठ में प्रार्थना की।
एस्ट्रोलॉजर पं प्रमोद गौतम ने वृन्दावन में वैदिक सूत्रम शक्तिपीठ में देवी आदि-शक्ति के महायज्ञ को आषाढ़ शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 04 जुलाई को समापन करने के बाद आगरा दयालबाग स्थित संस्था के मुख्यालय पर पहुंचने के बाद मीडिया से बातचीत में बताया कि देवी आदि-शक्ति का महाचंडी यज्ञ बुर्जा स्थित वैदिक सूत्रम शक्तिपीठ पर 28 जून 2025 को उनके द्वारा शुभारंभ हो हुआ था, देवी आदि-शक्ति के सात दिवसीय महायज्ञ के द्वारा और 4 जुलाई को उसके समापन के दिन सभी भारत के निवासी एवं पत्रकार बंधुओं एवं संपादकों के लिए जिन्होंने वैदिक सूत्रम शक्तिपीठ के सात दिवसीय महाचंडी यज्ञ को प्रमुखता से अपने समाचार पत्रों में प्रमुख पृष्ठों पर स्थान दिया, उन सभी के लिए वैदिक सूत्रम चेयरमैन एवं शक्तिपीठ के महंत एस्ट्रोलॉजर पं प्रमोद गौतम ने प्रार्थना की।
पंडित गौतम ने बताया कि स्वतंत्र भारत की कर्क राशि की चन्द्र जन्मकुंडली से वर्तमान में 15 मई 2025 से जून 2026 तक ब्रह्मांड के अति शुभ ग्रह सद्बुद्धि के देवता देवताओं के मंत्री सकारात्मक ऊर्जा युक्त निर्णयों को लेने कारक देवगुरु बृहस्पति ग्रह के जून 2026 तक अशुभ भाव में स्थित होने और साथ में चांडाल छाया ग्रह राहु भी स्वतंत्र भारत की कर्क राशि की चन्द्र जन्मकुंडली से 18 मई 2025 से दिसंबर 2026 तक जन्मकुंडली के अत्यंत अशुभ भाव अष्टम में स्थित होने से वर्तमान में विश्व की विपरीत परिस्थितियों में भारत पर देवी आदि-शक्ति की दिव्य अलौकिक शक्तियों की कृपा बनी रहे।
उस संदर्भ में सभी देशवासियों के साथ साथ वर्तमान की केंद्र सरकार के लिए भी वैदिक सूत्रम शक्तिपीठ में आयोजित सात दिवसीय यज्ञ के समापन पर मंगलकामनाएं की गईं, जिससे भारत देश में वर्तमान एनडीए सरकार ऐसा कोई गलत निर्णय न ले जिससे सम्पूर्ण भारत में जन विद्रोह की विपरीत परिस्थितियों का दौर न पैदा हो। क्योंकि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी की अनुराधा नक्षत्र में जन्म होने के कारण उनकी वास्तविक वृश्चिक राशि पर भी ब्रह्मांड के अति शुभ ग्रह देवगुरु बृहस्पति 15 मई से जून 2026 तक जन्मकुंडली के अशुभ भाव में गोचरीय चाल में विचरण कर रहे हैं।
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