प्रयागराज महाकुंभ में कई विश्व रिकॉर्ड बना है। इसके लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम संगम पहुंच चुकी है। यह ऐसा महाकुंभ हैं जिसमें कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बन रहे हैं। महाकुंभ में 4 विश्व रिकॉर्ड बनने जा रहे हैं। इसके लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम संगम पहुंच चुकी है। यह ऐसा महाकुंभ हैं जिसमें कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बन रहे हैं। 13 जनवरी से प्रारंभ हुआ यह प्रयाग कुंभ मेला 27 फरवरी को समाप्त हो गया। ऐसे में महाकुंभ ने कई विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किए है। आइए, जानते हैं इन रिकॉर्ड्स के बारे में:
नई उपलब्धियों के साथ बने नए रिकॉर्ड्स, आज सौंपे गए सर्टिफिकेट। आज कई नई उपलब्धियों और रिकॉर्ड्स के सर्टिफिकेटों का ऐलान किया गया। इनमें से कुछ प्रमुख रिकॉर्ड्स निम्नलिखित हैं।
गंगा सफाई का नया रिकॉर्ड
गंगा सफाई अभियान के तहत एक नया रिकॉर्ड कायम किया गया। 360 लोगों की टीम ने चार अलग-अलग स्थानों पर मिलकर सफाई की, और यह एक नई उपलब्धि बन गई है। पहले इस प्रकार के सफाई अभियानों में कम संख्या में लोग जुड़े थे, लेकिन अब यह संख्या 360 तक पहुँच गई है, जो अपने आप में एक महत्वपूर्ण कदम है।
हैंड पेंटिंग में नया रिकॉर्ड
हैंड पेंटिंग के क्षेत्र में भी एक नया रिकॉर्ड स्थापित हुआ। इस रिकॉर्ड में कुल 10,102 लोगों ने एक साथ पेंटिंग की, जबकि पहले का रिकॉर्ड 7,660 लोगों का था। यह पेंटिंग एक सामूहिक प्रयास के रूप में की गई, जिसमें लोगों ने अपने कला कौशल का प्रदर्शन किया।
झाडू लगाने का रिकॉर्ड
झाडू लगाने के अभियान में भी एक नया मील का पत्थर दर्ज हुआ है। 19,000 लोगों ने एक साथ झाडू लगाकर सफाई अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। इससे पहले यह रिकॉर्ड 10,000 लोगों का था। यह अभियान समाज में सफाई के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ सामूहिक प्रयासों की शक्ति को भी दर्शाता है। इन रिकॉर्ड्स के सर्टिफिकेट आज संबंधित अधिकारियों द्वारा सौंपे गए, और इन उपलब्धियों के लिए सभी प्रतिभागियों को बधाई दी गई। यह सभी पहलें समाज को स्वच्छता और सामूहिक प्रयासों के महत्व को समझाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही हैं।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 में बने 3 गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स
प्रयागराज महाकुंभ 2025 ने दुनिया भर में एक नई पहचान बनाई है, जब इस महाकुंभ के दौरान तीन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाए गए। इन अद्वितीय रिकॉर्ड्स के लिए संबंधित सर्टिफिकेट आज औपचारिक रूप से सौंपे गए।
इन रिकॉर्ड्स ने महाकुंभ 2025 को एक ऐतिहासिक घटना बना दिया है, जो न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामूहिक प्रयासों और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति भी एक सशक्त संदेश देता है। इन रिकॉर्ड्स के लिए सभी प्रतिभागियों को बधाई दी गई, और उनके योगदान को सराहा गया।
-साभार सहित
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