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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.श्री श्री रविशंकर द्वारा संचालित संस्था द आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रम योग, ध्यान और प्राणायाम पर आधारित हैं, जिनके माध्यम से कई वर्षों से यह संस्था सामाजिक कल्याण की दिशा में कार्यरत है। इसी संदर्भ में प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल, दयालबाग, आगरा में द आर्ट ऑफ़ लिविंग की डी.डी.सी.(जिला विकास समिति) की एक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें संस्था के उत्तरप्रदेश (पश्चिम) क्षेत्र के समस्त जिलों के डी.डी.सी. सदस्यों ने प्रतिभाग किया।
कार्यशाला का शुभारंभ पवित्र दीप प्रज्ज्वलन एवं गुरु पूजन के साथ हुआ। एपेक्स हरि लाठे द्वारा समस्त सदस्यों को संस्था की संरचना, गुरुदेव की कार्यप्रणाली व डी.डी.सी. सदस्यों की भूमिका व कर्तव्यों के संबंध में विस्तृत रूप में जानकारी प्रदान की गई। इनमें खेल प्रतियोगिताएँ, सफाई व स्वच्छता, सत्संग व जनता में जागरूकता फैलाना आदि प्रमुख हैं।
हरि लाठे द्वारा श्री श्री रूरल डेवलपमेंट प्रोग्राम ट्रस्ट (SSRDP), जो शिक्षा के विषय में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है, के विषय में बताया गया।
ईश शक्ति सिंह ने श्री श्री इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चरल साइंस एंड टेक्नोलॉजी (SSIAST) के विषय में बताया, जिसके द्वारा प्राकृतिक रूप से कृषि कार्य किए जा रहे हैं।
डॉ. सुशील चंद्र गुप्ता द्वारा वेद विज्ञान महाविद्या पीठ (VVMVP) के बारे में जानकारी दी गई कि किस प्रकार इसके द्वारा आध्यात्मिक ज्ञान को बढ़ावा दिया जा रहा है।

मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाली इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ ह्यूमन वैल्यूज (IAHV) के विषय में अजय कुमार नारंग ने बताया।
सनातन संस्कारों से संबंधित वैदिक धर्म संस्थान (VDS) के विषय में विक्रम बत्रा ने चर्चा की।
शिक्षा से संबंधित श्री श्री रवि शंकर विद्या मंदिर ट्रस्ट (SSRDP) के विषय में अनुज शर्मा ने समझाया।
इस अवसर पर एस.टी.सी ललित शर्मा ने नशा मुक्ति एवं हर घर ध्यान के विषय में विस्तृत रूप से समझाकर सभी को नशा मुक्ति के विषय में जागरूक किया। उन्होंने बताया कि हमें संस्था को और अधिक विकसित करने हेतु कदम से कदम बढ़ाना चाहिए।
एस.टी.सी मिलन मेहता ने संस्था की उन्नति के विषय में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि सेवाधर्म ही सबसे बड़ा धर्म है, जिसका हमें पूरी श्रद्धा से पालन करना चाहिए।
एस.सी.एम. साध्वी मुक्ता ने कर्मयोग के विषय में बताते हुए कहा कि सारा विश्व हमारा परिवार है और हमें जीवन सरलता व सजगता से जीना चाहिए। उन्होंने सभी को गुरुकुल व्यवस्था का सही अर्थ समझाते हुए जाग्रत किया।
डी.डी.सी सदस्यों को पहचान पत्र एवं नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। इस कार्यशाला में आगरा, कासगंज, फिरोजाबाद, हाथरस, अलीगढ़, एटा, मैनपुरी, बरेली आदि जिलों से 26 डी.डी.सी. सदस्य सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का संचालन रश्मि मिश्रा के द्वारा किया गया । नीता सरीन ने सभी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर सुनीत मूना, शिवकांत अग्रवाल, अरविंद श्रीवास्तव आदि की उपस्थिति रही। हुआ।