तब्लीगी जमात की घटना पर पढ़िए जैन संत क्षु. पर्वसागरजी के क्रांतिकारी विचार
–समाधिस्थ जैनाचार्य राष्ट्रसंत श्री तरुणसागरजी के इकलौते शिष्य हैं वे -इबादत का अर्थ दूसरों की जान को जोखिम से निकालना होता है Pushpgiri- Devas (Madhya Pradesh, India) । दिल्ली के निजामुददीन में हुए हैरान कर देने बाले हादसे पर कड़वे-प्रवचन प्रदाता समाधिस्थ जैनाचार्य राष्ट्रसंत श्री तरुणसागरजी के इकलौते शिष्य क्षुल्लक श्री पर्वसागर जी ने रोष […]
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