पीएम मोदी ने राष्‍ट्रीय बाल पुरस्‍कार विजेताओं से की बातचीत

NATIONAL

पीएम नरेंद्र मोदी ने आज प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय बाल पुरस्‍कार विजेताओं से बातचीत की। ‘राष्‍ट्रीय बालिका दिवस’ और ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में पीएम बच्‍चों से वर्चुअली मुखातिब हुए। बच्‍चों के साथ उनके माता-पिता और संबंधित जिलों के डीएम भी मौजूद रहे। सरकार ने इस साल कुल 29 बच्‍चों को राष्‍ट्रीय बाल पुरस्‍कार-2022 के लिए चुना है। इस साल विजेताओं को ‘ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी’ का इस्‍तेमाल कर डिजिटल सर्टिफिकेट्स दिए गए। हर साल प्रधानमंत्री यह पुरस्‍कार पाने वाले बच्‍चों से नई दिल्‍ली में मिलते हैं मगर कोविड-19 के चलते इस बार ऐसा नहीं हो सका।
एमपी के अवि शर्मा से पीएम का सवाल, बचपन बचा है या?
मध्‍य प्रदेश के अवि शर्मा से बातचीत में पीएम मोदी ने पूछा कि आप तो लेखक हैं, बालमुखी रामायण लिखी है… आपका बचपन बचा है या खत्‍म हो गया?
जवाब में शर्मा ने कहा कि उन्‍हें पौराणिक कथाओं से प्रेरणा मिलती है। शर्मा ने लॉकडाउन के दौरान टीवी पर रामायण का री-टेलीकास्‍ट कराने के लिए पीएम का धन्‍यवाद दिया।
पीएम मोदी ने वरिष्‍ठ भाजपा नेता उमा भारती के बचपन का किस्‍सा सुनाया। 40-45 साल पहले गुजरात में उमा व्‍याख्‍यान देने गई थीं। पीएम ने कहा कि मंच पर उन्‍हें देखकर मुझे लगा कि मध्‍य प्रदेश की जमीन में ही कुछ ऐसा है कि ऐसे-ऐसे लेाग तैयार हो जाते हैं।
रमोना की मां को पीएम मोदी ने किया प्रणाम
कर्नाटक की रमोना परेरा से पीएम मोदी ने पूछा कि उन्‍हें डांस में दिलचस्‍पी कैसे पैदा हुई। रमोना ने बताया कि मां ने काफी परेशानियां उठाकर उन्‍हें आगे बढ़ने को प्रेरित किया। रमोना के पिता इस दुनिया में नहीं हैं। पीएम मोदी ने रमोना की मां को सलाम करते हुए कहा कि ‘तुम टूटे कांच पर कार्यक्रम करती हो, आग पर कार्यक्रम करती हो… सुनकर ही डर लगता है, कैसे कर लेती हो?’
रमोना ने बताया कि पहले मां ने नाचकर दिखाया फिर उन्‍हें सिखाया।
बिहार के धीरज की बहादुरी से पीएम हुए प्रभावित
धीरज ने बताया कि भैंस नहलाने गए थे तभी भाई को मगरमच्‍छ ने पकड़ लिया। धीरज ने जान की परवाह न करते हुए भाई को मगरमच्‍छ के चंगुल से बचाया। पीएम मोदी ने पूछा कि आपका पसंदीदा सुपरहीरो कौन है तो धीरज ने किसी का नाम नहीं लिया। तो पीएम ने कहा कि आप जैसे बालक ऐसी घटनाओं में जब अपने भीतर की सारी शक्ति का उपयोग करते हुए किसी की जिंदगी बचाते हैं तो प्रेरक बन जाते हैं। धीरज ने बताया कि वह फौज में जाना चाहता है।
पंजाब के मीधांश को क्‍यों मिला अवार्ड?
पंजाब में जालंधर के मीधांश कुमार गुप्‍ता को समाजसेवा के क्षेत्र में राष्‍ट्रीय बाल पुरस्‍कार मिला है। पीएम मोदी ने मीधांश से कहा कि आपने अपने काम से यह साबित कर दिया कि हमारे देश के बच्‍चों में जो योग्‍यता है और उससे जो बड़े-बड़े बदलाव आ सकते हैं।
मैरीकॉम के बारे में बताऊंगी तो मीटिंग खत्‍म हो जाएगी
चंडीगढ़ की तारुषि गौर अपने माता-पिता और डीसी के साथ पीएम मोदी से बातचीत में जुड़ीं। तारुषि की आदर्श एमसी मैरीकॉम हैं। पीएम मोदी के पूछने पर उन्‍होंने कहा कि मैरीकॉम में इतनी खूबियां हैं कि बताने लगूं तो मीटिंग ही खत्‍म हो जाएगी।
12 साल की गुरुगु हिमप्रिया को मिला है राष्‍ट्रीय बाल पुरस्‍कार
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार पाने वाले 29 बच्‍चों की लिस्‍ट में 12 साल की गुरुगु हिमप्रिया का भी नाम है। हिमप्रिया तब साढ़े 8 साल की थीं, जब 2018 में जम्‍मू के सुजवां स्थित आर्मी कैम्‍प पर आतंकी हमला हुआ था। आतंकी फैमिली क्‍वार्टर में घुसने की फिराक में थे। इन्‍हीं में से एक में हिमप्रिया और उनका परिवार भी था। उस छोटी बच्‍ची ने गजब का सूझबूझ और हिम्‍मत दिखाई। पहले तो दरवाजा बंद कर आतंकी को भीतर घुसने नहीं दिया। फिर ग्रेनेड धमाके में घायल मां की देखभाल करते हुए आतंकी से नेगोशिएट करती रहीं। उसे उलझाए रखा ताकि सेना को वक्‍त मिल जाए। इस दौरान हिमप्रिया ने कोई ऐसी जानकारी नहीं दी जो आतंकियों के काम आ सके। करीब तीन घंटे तक उस बच्‍ची ने आतंकी को उलझाए रखा और अपनी मां और दो छोटी बहनों की जान बचा ली।
प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय बाल पुरस्‍कार के बारे में जानिए
PMRBP की छह कैटिगरीज हैं : सामाजिक सेवा, शैक्षिक, खेल, कला, संस्कृति और वीरता।
5 साल से ज्‍यादा और 18 साल से कम उम्र वाले बच्‍चों को यह पुरस्‍कार दिए जाते हैं।
हर विजेता को एक पदक, एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिया जाता है।
ये पुरस्कार राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में प्रदान किए जाते हैं।
नकद पुरस्कार विजेताओं के संबंधित खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर किया जाएगा।
प्रधानमंत्री हर साल इन पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत भी करते हैं।
PMRBP विनर्स हर साल गणतंत्र दिवस परेड में भी हिस्सा लेते हैं। हालांकि कोविड-19 के चलते इस बार ऐसा नहीं हो रहा है।

Dr. Bhanu Pratap Singh