श्री राधावल्लभ मन्दिर में पन्चामृत महाभिषेक

BUSINESS ENTERTAINMENT HEALTH NATIONAL POLITICS PRESS RELEASE REGIONAL RELIGION/ CULTURE

Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा। वृन्दावन-श्री रास रासेस्वर की नित्य लीला भूमि वृन्दावन धाम में ब्रज की अधिष्ठात्री राधारानी का प्रादुर्भाव महोत्सव उल्लासपूर्ण ढंग से मनाया गया। योगेश्वर श्री कृष्ण की आल्हादिनी शक्ति राधरानी के अवतरण दिवस पर श्री हित हरिवांशिय परम्परा के श्री राधावल्लभ मन्दिर में प्रातः मंगला आरती व चिक दर्शन के उपरांत गौ दुग्ध निर्मित पन्चामृत महाभिषेक वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य किया गया। परम्परागत ढंग से समाजियों द्वारा  बधाई पद गायन किया गया। तदोपरांत दधिकांधा लुटाया गया। कोरोना महामारी के कारण भक्तो का प्रवेश प्रतिबंधित होने से केवल गोस्वामी समाज द्वारा ही दधिकांधा महोत्सव में उल्लास पूर्वक भाग लिया। जगमोहन से टिकैत अधिकारी राधेशलाल गोस्वामी द्वारा जैसे ही बधाई स्वरूप फल,मिष्ठान, खिलौने, वस्त्र,इत्यादि लुटाये गये।

राधा दामोदर मन्दिर में ठाकुर जी के श्री विग्रह का महाभिषेक

मन्दिर परिसर ‘राधा रानी ने जन्म लियो है। श्यामा प्यारी ने जन्म लियो है। से गुंजायमान हो उठा। गोस्वामी जन जमकर पदों का गायन कर झूम रहे थे। दही, हल्दीमिश्रित प्रसाद छिड़का गया। महाआरती के उपरांत पन्चामृत भक्तो में वितरित किया गया। इसी क्रम में प्राचीन राधा दामोदर मन्दिर में ठाकुर जी के श्री विग्रह का महाभिषेक वैदिक ऋचाओ की अनुगूंज के मध्य किया गया। सेवायत गोस्वामीजन ने विशेष श्रंगार कर आरती उतारी। छीपी गली में प्रियावल्लभ मन्दिर में सुबह से ही राधाजन्मोत्सव की धूम मची रही। महाभिषेक के उपरांत समाजियो द्वारा सस्वर बधाई पद किया गया तो भक्तवृन्द भजनों की धुन पर थिरकने लगे। सेवायत विष्णु मोहन नागार्च,ललित बल्लभ नागार्च, रसिकबल्लभ नागार्च द्वारा भक्तो को बधाई स्वरूप प्रसाद वितरित किया गया।

Dr. Bhanu Pratap Singh