आगरा के डॉक्टर मल्होत्रा दंपति को चंडीगढ़ में मिला लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
स्त्री रोग विज्ञान और आईवीएफ के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान का सम्मान
- पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद्र कटारिया ने सम्मानित किया।
- डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा और डॉ. जयदीप मल्होत्रा को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड।
- इनसर्ग वार्षिक कॉन्फ्रेंस, चंडीगढ़ में अलंकरण।
- एंडोमेट्रियोसिस जागरूकता और एस्थेटिक गायनेकोलॉजी में अग्रणी कार्य।
- इनसर्ग (2025–2027) की कमान डॉ. जयदीप मल्होत्रा को।
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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.
आगरा/चंडीगढ़। इंडियन सोसाइटी ऑफ एस्थेटिक एंड रिजनरेटिव गायनेकोलॉजी (इनसर्ग) की दो दिवसीय वार्षिक कॉन्फ्रेंस में उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल के एमडी व प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा तथा रेनबो आईवीएफ की एमडी व बांझपन विशेषज्ञ डॉ. जयदीप मल्होत्रा को
पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद्र कटारिया ने लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया।
डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा – एंडोमेट्रियोसिस पर जागरूकता
एंडोमेट्रियोसिस आज लाखों महिलाओं को प्रभावित कर रहा है, पर जागरूकता की कमी से समय पर निदान नहीं हो पाता।
डॉ. मल्होत्रा ने इसके दर्द, बांझपन और सम्बद्ध जटिलताओं पर प्रकाश डालते हुए
आधुनिक उपचार पद्धतियाँ साझा कीं। उन्होंने PRP-Stem, एस्थेटिक गायनी सुपरस्पेशलिटी और
आईवीएफ में नवीनतम प्रगति पर भी व्याख्यान दिया।
डॉ. जयदीप मल्होत्रा – एस्थेटिक गायनेकोलॉजी की अग्रदूत
कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग वर्कशॉप में
एस्थेटिक गायनेकोलॉजी की नवीन तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया।
आधुनिक समय में महिलाएँ स्वास्थ्य के साथ-साथ सौंदर्य संबंधी आवश्यकताओं के प्रति भी सजग हैं; इस क्षेत्र में उनके
योगदान ने अनेक महिलाओं के जीवन में नया आत्मविश्वास भरा है।
उन्होंने Microbiome Science & Aging पर भी व्याख्यान दिया।
इनसर्ग की कमान और प्रकाशन विमोचन
इस अवसर पर डॉ. जयदीप मल्होत्रा को इनसर्ग (2025–2027) की अध्यक्षता सौंपी गई।
साथ ही डॉ. नरेंद्र एवं डॉ. जयदीप द्वारा सह-लेखित
“Manual of Aesthetic Functional Regenerative Gyne” तथा
डॉ. निहारिका मल्होत्रा के संपादन में INsARG Newsletter का विमोचन हुआ।
विशेषज्ञों की भागीदारी
रेनबो आईवीएफ की डॉ. शिवालिका ने Face-Eye Aesthetic पर विचार रखे।
कार्यक्रम में आईएसएआरजी की प्रेसिडेंट डॉ. रागिनी अग्रवाल,
जनरल सेक्रेटरी डॉ. प्रीति जिंदल, डॉ. लीला व्यास,
डॉ. मिलिंद शाह, डॉ. तनुजा समेत अनेक विशेषज्ञ उपस्थित रहे।
आगरा के कई चिकित्सकों ने भी सहभागिता की।
✍️ संपादकीय
मल्होत्रा दंपती आगरा की उस प्रतिभा का प्रतीक हैं जो वैश्विक मंच पर दमकती है।
डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा ने एंडोमेट्रियोसिस जैसी जटिल समस्या पर व्यापक जागरूकता
और उपचार की नई राहें दिखाईं, वहीं डॉ. जयदीप मल्होत्रा ने
एस्थेटिक गायनेकोलॉजी में अनुसंधान, प्रशिक्षण और मानकीकरण की दिशा में उल्लेखनीय नेतृत्व दिया।
उनका यह सम्मान केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि आगरा और भारत की चिकित्सकीय विरासत का भी गौरव है।
निःसंदेह, वे पूरी दुनिया में आगरा का नाम रोशन कर रहे हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्तंभ बने रहेंगे।