देवकीनंदन शर्मा 13 साल पुराने भ्रष्टाचार से लड़ रहे थे, फरवरी से धरने पर बैठे थे, हो गई मौत, चाणक्य सेना ने की यह मांग

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Agra/Mathura, Uttar Pradesh, India, Bharat.देवकीनंदन शर्मा पिछले 13 साल पुराने भ्रष्टाचार से लड़ रहे थे। हां कोई कार्रवाई न होने से वह फरवरी से धरने पर बैठे थे। इसी दौरान उनकी मौत हो गई। इसके साथ ही भ्रष्टाचार के खिलाफ देवकीनंदन शर्मा की आवाज सदैव के लिए बंद हो गई। देवकीनंदन शर्मा नौहझील मथुरा के रहने वाले थे। ग्राम पंचायत में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़ रहे थे। इस मामले में चाणक्य सेना ने जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को ज्ञापन दिया है।

चाणक्य सेना के प्रतिनिधिमंडल ने कमिश्नरी में नौहझील मथुरा के देवकीनंदन शर्मा की भ्रष्टाचार के खिलाफ धरने पर मौत हो जाने पर चाणक्य सेना गुस्से मे है। कमिश्नर रितु माहेश्वरी की नामौजूदगी में अपर आयुक्त गरिमा सिंह को ज्ञापन देकर भ्रष्टाचार के लिये जिम्मेदार और न्याय दिलाने में नाकाम रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।

चाणक्य सेना का आरोप है कि देवकी नंदन शर्मा की मौत स्वभाविक न होकर अधिकारियों की घोर लापरवाही का नतीजा है। जिन्होंने 13 साल से भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़ रहे शख्स को न्याय दिलाने की बजाय मरने पर मजबूर कर दिया।

ज्ञापन देने वालों में राहुल चतुर्वेदी,गजेंद्र शर्मा,लोकेन्द्र दुबे,ब्रह्मदत्त शर्मा, कैलाश नारायण मिश्रा, सुशील शर्मा,पवन समाधिया,प्रसून मिश्रा, सुरेश शर्मा,विनोद शर्मा आदि मौजूद रहे।

Dr. Bhanu Pratap Singh