आत्मनिर्भरता को मज़बूत करते हुए चीन के साथ भारत के सम्बंध…

प्रियंका सौरभ भारत की सागरमाला परियोजना हंबनटोटा जैसे समुद्र में चीनी प्रभाव को संतुलित करने के लिए रणनीतिक भारतीय बंदरगाहों के विकास को सुनिश्चित करती है। भारत चीन के आपूर्ति शृंखला प्रभुत्व का मुकाबला करने के लिए बांग्लादेश, नेपाल और अफ्रीकी देशों जैसे पड़ोसी देशों में क्षेत्रीय विनिर्माण केंद्र विकसित करने में रणनीतिक रूप से […]

Continue Reading

जाने कहाँ गए वो दिन…बचपन की वो सुनहरी यादें जो कभी-कभी सजीव होकर चेहरे पर मुस्कान ला देती हैं

जाने कहाँ गए वो दिन, जब बचपन की मासूमियत और बेफिक्री जीवन का हिस्सा हुआ करती थी। आज, समझदारी और जिम्मेदारियों के बोझ तले दबे हुए, वो दिन किसी खूबसूरत ख्वाब जैसे लगते हैं। वो पल, जब न भविष्य की चिंता थी, न किसी बात का डर, सिर्फ खेल-कूद, दोस्तों के साथ शरारतें और हर […]

Continue Reading

Agra News: जब तक आगरा गंदगी से जंग नहीं जीत लेता तब तक कैसा, काहे का स्मार्ट सिटी?

बृज खंडेलवाल आगरा अपने पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। सालाना लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है। अपनी वैश्विक पहचान के बाबजूद आगरा की छवि एक निहायती गंदे शहर के रूप में प्रचलित है। स्मार्ट सिटी मिशन 2016 में शुरू हुआ था, लेकिन लगभग दस वर्षों में आगरा को आगरा […]

Continue Reading

2025 में तीसरे विश्व युद्ध के आसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की की राशि विवेचन के बाद पं. प्रमोद गौतम का निष्कर्ष

आगरा: वैदिक सूत्रम चेयरमैन विश्वविख्यात एस्ट्रोलॉजर पं. प्रमोद गौतम ने मीडिया से बातचीत में नववर्ष में 01अप्रैल 2025 से लेकर 16 अप्रैल 2030 तक के आध्यात्मिक रहस्यमयी तथ्यों के संदर्भ में महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि नववर्ष 2025 के शुरुआत में ही सम्पूर्ण विश्व के अनेक देशों में हाहाकार मचा हुआ है […]

Continue Reading

नतीजों को मिलते पुरस्कार, कोशिशें रहती गुमनाम…

डॉ सत्यवान सौरभ परिणामों पर ज़ोर देने से क्रमिक शिक्षा और सुधार का महत्त्व कम हो जाता है, जिससे सफलता अस्थिर हो जाती है। ऋषभ पंत जैसे क्रिकेटर, जिनकी शुरुआत में असंगतता के लिए आलोचना की गई थी, ने समय के साथ लगातार सुधार करके सम्मान प्राप्त किया। परिणाम-उन्मुख मानसिकता शॉर्टकट या अनैतिक प्रथाओं को […]

Continue Reading

अफ़गानिस्तान के साथ भारत के जुड़ाव और तालिबान

प्रियंका सौरभ अफ़गानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत ने काबुल में अपना दूतावास फिर से खोल दिया है। भारत ने अब तक केवल तालिबान को अलग-थलग करने पर ध्यान केंद्रित किया है। हालाँकि, एक सीमा के बाद, यह विकल्प कम लाभ देगा, क्योंकि कई अन्य देश अब तालिबान से जुड़ना शुरू कर रहे […]

Continue Reading

आशुतोष की पुस्तक ‘वकील साहब’ को साहित्यिक सम्मान

पटना। विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर वाराणसी के पराड़कर स्मृति भवन में आयोजित प्रान्ति इंडिया (साहित्यिक संस्था) के वार्षिकोत्सव-2025 के अवसर पर लेखक आशुतोष को उनकी पुस्तक ‘वकील साहब (Wakeel Sahab)’ के लिए स्मृति चिह्न एवं चांदी का सिक्का देकर सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि पिछले लगभग […]

Continue Reading

पूंजीवाद के अरबी घोड़े: क्या 90 घंटे कार्य करना नौजवानों की देशभक्ति का प्रमाण होगा?

(लेखक विमल शंकर सिंह, डी.ए.वी.पी.जी. कॉलेज, वाराणसी के अर्थशास्त्र विभाग में प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष रहे हैं) देश एक ऐसे दौर से गुजर रहा है जिसमें सामाजिक-आर्थिक दशाओं में विष्मयकारी परिवर्तन दिखाई पड़ रहे हैं ।विकास की चाह ने आज हमें उस चौखट पर खड़ा कर दिया है, जहां अभी हाल तक सरकारें माथा टेकने से […]

Continue Reading

दुनिया में सनातन की ध्वजा लहराने वाले स्वामी विवेकानन्द की पांच शिक्षाएं जो सदा प्रासंगिक रहेंगी

स्वामी विवेकानंद का नाम भारतीय संस्कृति दर्शन और अध्यात्म की दुनिया में एक अद्वितीय स्थान रखता है। उनका जीवन और उनकी शिक्षाएं न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रेरणा स्रोत बनीं। आज दिनांक 12 जनवरी 2025 को सम्पूर्ण विश्व में स्वामी विवेकानन्द जी की 162 वी जन्म वर्षगांठ बड़े धूमधाम से हर्षोल्लास के […]

Continue Reading
sanjay shastri ji maharaj bhagwat pravkta

दैदीप्यमान व्यक्तित्व और विनम्रता का संगम: अंतरराष्ट्रीय भागवत प्रवक्ता संजय शास्त्री जी महाराज

डॉ. भानु प्रताप सिंह Live Story Time सरलता और महानता का अप्रतिम स्वरूप मैंने अपने जीवन में अनेक कथावाचकों से मिलने और उनके आभामंडल को करीब से देखने के बाद यह स्वीकार करना स्वाभाविक है कि अधिकतर कथावाचक अपनी भव्यता, ठाठ-बाट और राजसी आभा में लिप्त रहते हैं। भागवत कथा के मंच पर उनका साक्षात्कार […]

Continue Reading