Agra News: भीषण गर्मी से झुलसा आगरा, तापमान 45 डिग्री से पार, सड़कों से बाजार तक पसरा सन्नाटा

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आगरा। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा तपते शहरों आगरा एक बार फिर टॊप पर पहुंच चुका है। बीते सोमवार को यहां का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया, जिससे यह प्रदेश का सबसे गर्म जिला बना रहा। मंगलवार को भी हालात कुछ अलग नहीं हैं। सूरज आग उगल रहा है और गर्म हवाएं लोगों को झुलसा रही हैं। न केवल दिन, बल्कि रातों में भी लू जैसे हालात बने हुए हैं।

भीषण गर्मी का असर पूरे शहर में साफ देखा जा सकता है। सड़कों पर वाहन कम नजर आ रहे हैं, बाजारों में ग्राहक गिने-चुने दिख रहे हैं। हां, इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानों, खासकर कूलर और एसी विक्रेताओं के यहां जरूर भीड़ दिख रही है।

ताजमहल सहित आगरा के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर भी गर्मी का सीधा असर पड़ा है। आम दिनों की तुलना में पर्यटकों की संख्या में कमी दर्ज की गई है। जो पर्यटक पहुंच भी रहे हैं, वे सूरज के तेवर ढलने के बाद यानी सुबह जल्दी या देर शाम स्मारकों का रुख कर रहे हैं।

पशु-पक्षियों पर भी गर्मी का असर साफ नजर आने लगा है। पानी और छांव की तलाश में भटकते बेजुबान जीव सड़कों के सहारे नालियों में पानी पीते दिखे हैं। हालांकि शहर में पशुप्रेमियों के अलावा और स्वयंसेवी संस्थाएं इनके लिए पानी के बर्तन और छायादार स्थानों की व्यवस्थाएं भी कर रही हैं।

मौसम विभाग ने राहत की कोई खास उम्मीद नहीं जताई है। अगले कुछ दिनों तक प्रदेश के कई हिस्सों में हीट वेव बने रहने की आशंका है। ऐसे में आमजन मानसून की जल्दी आमद की प्रार्थना कर रहा है।

बढ़ती गर्मी का असर सरकारी दफ्तरों में भी देखा जा रहा है। जरूरी कामों के लिए आने वाले लोग जल्द से जल्द प्रक्रिया निपटाकर लौटने की कोशिश में हैं, वहीं कर्मचारी भी गर्मी के चलते परेशान हैं। कई कार्यालयों में शीतल पेय और पानी के अतिरिक्त इंतजाम किए गए हैं।

शहर निवासी विमल कहते हैं, इस बार की गर्मी से न दिन में राहत है, न रात में। बिना एसी के गुजारा मुश्किल हो गया है। वहीं पर्यटक रमा का कहना था, हम ताजमहल देखने तो आए हैं लेकिन इतनी गर्मी की उम्मीद नहीं थी। हम सुबह-सुबह ही स्मारकों की सैर निपटा रहे हैं।

गर्मी से बचने के लिए ये करें

-घर से निकलने से पहले सिर ढंकें और समय-समय पर पर्याप्त पानी पीते रहें।

– बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को खास तौर पर धूप से बचाएं।

-संभव हो तो दोपहर 12 से 4 बजे के बीच बाहर न निकलें।

– अपना तो ध्यान रखें ही, बेजुबान जीवों के लिए घर के बाहर पानी की व्यवस्था करें.

Dr. Bhanu Pratap Singh