‘अपराजिता’ बनने के लिए पहले घरों और कार्यस्थलों को सुरक्षित बनाना होगा

प्रियंका सौरभ इस बात के बहुत कम सबूत हैं कि मौत की सजा देने से यौन अपराध थम जाते हैं, लेकिन ऐसे अपराधों के बाद ज्यादा कठोर कानूनों की मांग पर अक्सर एक आधिकारिक प्रतिक्रिया होती है। यह कहकर कि “बलात्कार मानवता के लिए अभिशाप है और ऐसे अपराधों को रोकने के लिए सामाजिक सुधारों […]

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बंगाल में बीजेपी का निर्भया प्रयोग !

बंगाल में बीजेपी निर्भया प्रयोग दोहरा रही है। जैसे दिल्ली में निर्भया बलात्कार में आरोपी गिरफ्तार होने के बाद भी बीजेपी और उसके उस समय के मुखौटे अन्ना हजारे आन्दोलन चलाते रहे और पहले दिल्ली की राज्य सरकार और फिर केन्द्र सरकार को जाना पड़ा वैसे ही वह अब एक और बलात्कार के जरिए पश्चिम […]

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राजनीति को नया आयाम देने के लिए जरुरी है युवाओं की भागीदारी

युवाओं के हाथ में राजनीति के नए युग की शुरुआत….. राजनीति—यह शब्द सुनते ही अक्सर हमारे मन में नकारात्मक विचारों की बाढ़ आ जाती है। भ्रष्टाचार, सत्ता की भूख, और धोखाधड़ी जैसे शब्द हमारे दिमाग में घूमने लगते हैं। समाज में राजनीति और राजनेता दोनों को ही नकारात्मक दृष्टि से देखा जाता है। आज के […]

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लगातार आती मार्केटिंग फोन कॉल्स कर रही परेशान…कंपनियां नही मान रही कोर्ट के भी आदेश

डॉ सत्यवान सौरभ फोन में आने वाली अनचाही या अनजानी कॉल। जो वक्त बेवक्त कभी भी आकर आपको परेशान कर सकती हैं और आप चाहकर भी कुछ नहीं कर पाते। आप फोन उठाने से पहले इतना भी नहीं जान पाते कि आपको ये फोन कॉल कौन कर रहा है। वक्त-बेवक्त मोबाइल फोन पर आने वाले […]

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धीमा न्याय कर रहा निर्भयाओं को कमजोर

प्रियंका सौरभ महिलाओं के विरुद्ध यौन हिंसा में संस्थागत कारकों में अपर्याप्त संसाधन वाले पुलिस बल और अप्रभावी कानून प्रवर्तन सहित संस्थागत विफलताएं ,महिलाओं के खिलाफ हिंसा के जारी रहने में योगदान करती हैं। अक्सर, मामले या तो दर्ज नहीं किए जाते हैं या पूरी तरह से जांच नहीं की जाती है , जिससे सजा […]

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कोलकाता कांड विशेष: लुटती जाए द्रौपदी, जगह-जगह पर आज, सत्ताधीश बने बैठे धृतराष्ट्र

अगर यह बलात्कार संस्कृति नहीं है, जिसे समाज के समझदार पुरुषों और महिलाओं, संस्थानों और सरकारी अंगों द्वारा समर्थित और बरकरार रखा जाता है, तो यह क्या है? आप सभी कानून, सभी तेज़ अदालतें, यहाँ तक कि मौत की सज़ा भी ला सकते हैं, लेकिन कुछ भी नहीं बदल सकता जब तक कि एक समान […]

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हर घर तिरंगा अभियान, मगर रखें राष्ट्रीय ध्वज का भी मान

प्रियंका सौरभ अपना राष्ट्रीय ध्वज यानी तिरंगा। इसको लहराते देख गर्व से सीना चौड़ा हो जाता है। इस के सम्मान में इसे सैल्यूट करने का मन चाहता है। हमारे राष्ट्रीय प्रतीकों का कोई दुरुपयोग ना करे, कोई इनका अपमान न करे। झंडों को फेंके नहीं, कूड़ेदान में भी नहीं डालें। घर पर लगे झंडों को […]

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क्या सच मे भूत-प्रेत होते हैं! 45 साल से श्मसान घाट के मैनेजर रहे पहलवान सिंह ने खोला राज

45 साल से ताजंगज श्मसान घाट के मैनेजर पहलवान सिंह का दावा- भूतप्रेत नहीं होते एल एस बघेल, आगरा। ताजगंज स्थित श्मसान घाट के प्रबंधक पहलवान सिंह का कहना है कि भूत-प्रेत जैसा कोई कुछ भी नहीं होता है। रतीराम का पुरा, गुगावली, बाह के मूल निवासी 79 वर्षीय पहलवान सिंह बताते हैं कि मैं […]

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मोक्षधाम हूं मैं, हर साल ताजनगरी के पांच हजार से अधिक नर और नारियों को मोक्ष दिलाता हूं

एल एस बघेल, आगराः विश्वदाय स्मारक ताजमहल के पार्श्व में कलकल करती यमुना मैया की तलहटी में ताजनगरी का प्राचीनतम मोक्षधाम है। जो हर साल यहां के पांच हजार से अधिक नर और नारियों को मोक्ष की प्राप्ति कराता है। यहां से भष्मावशेष के रूप में ये नर-नारी मां यमुना की गोद में हमेशा के […]

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आज़ादी के बाद के सबक: सकारात्मक सोच से ही सब संभव है …

डॉ सत्यवान सौरभ आज़ादी के बाद सबसे महत्वपूर्ण सबक यह है कि भारत को विकसित बनाने के लिए हमें पांच प्रमुख क्षेत्रों में पूरी ईमानदारी और निष्ठा से काम करने की जरूरत है। इनमें कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, शिक्षा व स्वास्थ्य सुरक्षा, सूचना व संचार तकनीक, भरोसेमंद इलेक्ट्रॉनिक पॉवर, महत्वपूर्ण तकनीक में आत्मनिर्भरता। ये पांचों […]

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