HPSC की PGT लेक्चरर भर्ती में ऑर्थो कोटे का फर्जीवाड़ा: क्या अब आयोग को मेडिकल बोर्ड गठित करना चाहिए?

हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) द्वारा आयोजित PGT (Post Graduate Teacher) लेक्चरर भर्ती में विकलांगता कोटे, विशेष रूप से ऑर्थोपेडिक (Ortho) श्रेणी के तहत फर्जीवाड़े के आरोप सामने आ रहे हैं। कई चयनित अभ्यर्थियों ने 80% या उससे अधिक विकलांगता का दावा किया, जबकि जांच या प्रत्यक्ष अवलोकन में वे सामान्य रूप से शारीरिक गतिविधियों […]

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अमेरिका के टैरिफ़ निर्णय और भारत के लिए संभावनाएँ – पूरन डावर

अमेरिका की ट्रंप सरकार ने अपने टैरिफ्स की घोषणा कर दी है। 5 अप्रैल से अमेरिका में हर निर्यात पर 10% अतिरिक्त टैरिफ और 10 अप्रैल से घोषित टैरिफ लागू होंगे। यह टैरिफ उस देश के साथ व्यापार घाटे के आधार पर तय किए गए हैं और यह अब तक जिस देश के साथ जो […]

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लेखक की स्वतंत्रता बनाम संपादकीय नीति: बहस के नए आयाम

डॉo सत्यवान सौरभ,कवि,स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार, आकाशवाणी एवं टीवी पेनालिस्ट संपादक आमतौर पर अनूठी और मौलिक रचनाएँ चाहते हैं ताकि उनकी पत्रिका की विशिष्टता बनी रहे। दूसरी ओर, लेखकों को यह स्वतंत्रता होनी चाहिए कि वे अपनी रचनाएँ अधिक से अधिक स्थानों पर भेज सकें, खासकर जब संपादक बिना किसी समयसीमा के रचनाओं को स्वीकार […]

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एचकेआरएनएल कर्मचारियों की दुर्दशा: सरकारी व्यवस्था का एक और छलावा

प्रियंका सौरभ लेखिका स्वतन्त्र पत्रकार और कवयित्री है। जब भी हरियाणा विधानसभा में खाली सरकारी पदों को भरने की मांग उठती है, सरकार इन कर्मचारियों को केवल आंकड़ों की बाजीगरी में इस्तेमाल करती है। सरकार यह दिखाने का प्रयास करती है कि उसने रोजगार उपलब्ध करा दिया है, लेकिन वास्तविकता में इन कर्मचारियों को केवल […]

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घिब्ली की दुनिया बनाम हकीकत: कला, रोजगार और मौलिकता का संघर्ष

प्रियंका सौरभ रोजगार हमारी ज़रूरतों के लिए आवश्यक है, लेकिन कला और मनोरंजन मानसिक शांति और प्रेरणा का स्रोत बन सकते हैं। घिब्ली स्टाइल इमेजरी और एआई टूल्स सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं, जिससे मौलिकता पर सवाल उठ रहे हैं। पहले जहां कलाकारों को महीनों मेहनत करनी पड़ती थी, अब एआई कुछ सेकंड […]

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धर्म का धंधा, कभी न मंदा: स्वर्ग जाने का सर्टिफिकेट बांटते तथाकथित महाराज

मदन कोथुनियां हम बचपन में जब कहानियों की कोई भी किताब पढ़ा करते थे, उस में एक कहानी इस टाइप की जरूर होती थी कि एक गांव में एक गरीब ब्राह्मण रहता था….एक दानवीर राजा था, जो सवेरेसवेरे राज्य के 100 ब्राह्मणों को 100 सोने की मोहरें और 100 गायें दान दिया करता था…..वगैरहवगैरह। रोजरोज […]

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धर्म का धंधा, कभी न मंदा: स्वर्ग जाने का सर्टिफिकेट बांटते तथाकथित महाराज

मदन कोथुनियां हम बचपन में जब कहानियों की कोई भी किताब पढ़ा करते थे, उस में एक कहानी इस टाइप की जरूर होती थी कि एक गांव में एक गरीब ब्राह्मण रहता था….एक दानवीर राजा था, जो सवेरेसवेरे राज्य के 100 ब्राह्मणों को 100 सोने की मोहरें और 100 गायें दान दिया करता था…..वगैरहवगैरह। रोजरोज […]

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जल संकट का समाधान: परंपरागत ज्ञान और आधुनिक तकनीक का संगम

डॉ. सत्यवान सौरभ जल संरक्षण एक सामूहिक जिम्मेदारी है। पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक तकनीकों को मिलाकर जल संकट से बचा जा सकता है। भारत में जल संरक्षण का एक समृद्ध इतिहास रहा है। हमारे पूर्वजों ने भौगोलिक और जलवायु परिस्थितियों के अनुसार जल संरक्षण की अनेक प्रणालियाँ विकसित की थीं, जो आज भी प्रासंगिक हैं। […]

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घोर कलयुग की दस्तक: नैतिक पतन के चलते खतरे में इंसानी रिश्ते….

(घोर कलयुग की दस्तक)*नैतिक पतन के चलते खतरे में इंसानी रिश्ते।* समाज में कितना पतन बाकी है? यह सुनकर दिल दहल जाता है कि कोई बेटा अपने ही माता-पिता की इतनी निर्ममता से हत्या कर सकता है? महिला ने जेठ के साथ मिलकर अपने दो वर्ष के बेटे को मरवा दिया। पत्नी ने प्रेमी सँग […]

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घोर कलयुग की दस्तक: नैतिक पतन के चलते खतरे में इंसानी रिश्ते….

डॉ. सत्यवान सौरभ समाज में कितना पतन बाकी है? यह सुनकर दिल दहल जाता है कि कोई बेटा अपने ही माता-पिता की इतनी निर्ममता से हत्या कर सकता है? महिला ने जेठ के साथ मिलकर अपने दो वर्ष के बेटे को मरवा दिया। पत्नी ने प्रेमी सँग मिलकर मर्चेंट नेवी मे अफसर पति के टुकड़े-टुकड़े […]

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