Motivational story दशम पातशाही श्री गुरु गोबिन्द सिंह और कर्मफल
एक बार दशम पातशाही श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी का दरबार सजा हुआ था। कर्म-फल के प्रसंग पर पावन वचन हो रहे थे कि जिसकी जो प्रारब्ध है उसे वही प्राप्त होता है कम या अधिक किसी को प्राप्त नहीं होता क्योंकि अपने किये हुये कर्मों का फल जीव को भुगतना ही पड़ता है। वचनों … Continue reading Motivational story दशम पातशाही श्री गुरु गोबिन्द सिंह और कर्मफल
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