गजल ने हिंदी शब्दों को बिगाड़ा, सजल ने सँवारा, 2016 में डॉ. अनिल गहलौत ने किया सृजन, अब इस पर पीएचडी हो रही

डॉ. भानु प्रताप सिंह Live Story time Agra, Uttar Pradesh, India. हिंदी गीतिकाव्य की नवीन विधा है सजल। सजल क्या है, इसका प्रादुर्भाव कैसे हुआ, क्या हो रहा है, क्या होना चाहिए, सजल और गजल में क्या विभेद है, क्या गजल का हिंदी रूपांतर सजल है, सजल का भविष्य क्या है, जैसे तमाम विषयों पर … Continue reading गजल ने हिंदी शब्दों को बिगाड़ा, सजल ने सँवारा, 2016 में डॉ. अनिल गहलौत ने किया सृजन, अब इस पर पीएचडी हो रही