Agra(Uttar Pradesh,India)। कोटा में कोचिंग कर रहे आगरा समेत आसपास क्षेत्र के 1700 छात्र-छात्राओं को लेने के लिए ताजनगरी से शुक्रवार को 200 बसें पहुंची। बसों को देखकर छात्र छात्राओं के चेहरे खिल गए। छात्र छात्राओं ने पुलिस अधिकारियों से कहा, आपका कब से इंतजार था?
बसों के साथ गए पुलिस अधिकारी
आगरा से बसों के साथ गए सीओ बाह रीतेश कुमार सिंह ने बताया कि छात्र उनसे ऐसे लिपट गए। मानो उनके परिजन आ गए हों। वे सुबह से ही बसों का इंतजार कर रहे थे। प्रदेश की तकरीबन आठ हजार छात्र-छात्राएं कोटा में फंसे हुए है। इन्हे लेने के लिए प्रदेश से 450 बसें रवाना हुई। जिनमे से 200 बसें आगरा से गई। सभी बसें देर शाम कोटा पहुंच गई।
बसों को कराया गया सैनिटाइज
आगरा में आईएसबीटी पर सुबह चार बजे से बसों को सैनिटाइज कराया गया। रोडवेज के चालक, परिचालकों का स्वास्थ्य परीक्षण करावाया। कोटा में आईआईटी समेत विभिन्न प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी में लगे छात्रों ने पहला लॉकडाउन तो गुजार लिया। लेकिन दूसरे लॉकडाउन पर विघार्थियों ने घर पहुंचाने की गुहार लगाई थी। इसके बाद सीएम योगी ने 300 बसों को कोटा भेजने के निर्देश दिए।
फोन कर बुलाए चालक-परिचालक
रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक एमके त्रिपाठी ने बताया है कि आॅपरेशन कोटा के लिए बसों के चालक परिचालकों को आपातकालीन डयूटी पर बुलाया गया। फोन पर जानकारी मिलते ही मिशन के लिए दौड लिए। इटावा व अलीगढ से भी बसें मंगवाई गई। सेवा प्रबंधक एसपी सिंह ने अभियान की कमान संभाली।
छात्र-छात्राओं का होगा स्क्रीनिंग टेस्ट
रोडवेज के अधिकारियों ने बताया है कि छात्र-छात्राओं की स्क्रीनिंग टेस्ट के बाद उन्हे मास्क, सैनिटाइजर, नाश्ते का पैकेट व पानी की बोतल उपलब्ध कराई जाएगी। शानिवार को बसें आगरा और झांसी पहुंचेगी। अपने गृह जनपद आने के बाद भी छात्रों की दोबारा स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके बाद ही इन्हे परिजनो को सुपुर्द किया जाएगा।