आगरे वालो, यही हाल रहा तो रंगमंच में सिर्फ ‘मंच’ रह जाएगा और ‘रंग’ गायब हो जाएगा

डॉ. भानु प्रताप सिंह आज 22 फरवरी, 2021 को आगरा में छठवें अंतरराष्ट्रीय ताजरंग महोत्सव में भाग लेने का अवसर मिला। करीब पांच घंटे वहां बिताए। वहां जो कुछ देखा और सुना, वह अद्भुत, अविस्मरणीय, अनोखा, अकल्पनीय, अवर्णनीय और असहनीय है। आप कहेंगे कि इतने विशेषणों के साथ असहनीय क्यों लिख दिया है। मित्रो, असहनीय … Continue reading आगरे वालो, यही हाल रहा तो रंगमंच में सिर्फ ‘मंच’ रह जाएगा और ‘रंग’ गायब हो जाएगा