Agra (Uttar Pradesh, India)। ज्वालामुखी की तरह जैसे कोरोना वायरस सुप्तावस्था में पड़ा हो और अब विस्फोट की हालत में आ चुका है। ताजनगरी के लिए कोरोना को लेकर रविवार का दिन बहुत भारी रहा। रविवार देर रात से लेकर सोमवार सुबह तक 36 नए मरीज सामने आए हैं। वहीं इससे पहले रविवार सुबह 12 केस बढ़े थे। एक ही दिन में 48 नए मामलों का सामना, आगरा में कोरोना की हिस्ट्री में सबसे बड़ा आंकड़ा रहा है। उससे भी ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि शहर की सीमाएं लांघकर कोरोना गांवों और कस्बों में दाखिल हो चुका है। जहां चिकित्सा सुविधाओं के पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। इस चुनौती से जूझ पाना टेढ़ी खीर है। जमातियों के बाद इस मर्ज को आगरा में बढ़ाने के पीछे अब एक प्राइवेट हॉस्पिटल की भूमिका भी सबसे ज्यादा रही है।
यह भी पढ़ें
140 में से जमाती 60 संक्रमित
ताजनगरी में सोमवार सुबह तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 140 पर पहुंच चुकी है। इनमें से निजामुद्दीन के तबलीगी मरकज से जुड़े जमातियों की संख्या 60 है। हालांकि केजीएमयू और स्थानीय प्रशासन की रिपोर्ट में संक्रमितों की संख्या को लेकर मत भिन्नता है। केजीएमयू के प्रवक्ता की ओर से जारी लिस्ट में आगरा में 36 केस आज बढ़े हुए आए हैं। जबकि आगरा के जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 35 नए संक्रमण के मामले मिले हैं। उनका कहना है कि आगरा के एक व्यक्ति का सैंपल लखनऊ में लिया गया है, उसकी गिनती वहां के आंकड़े में होगी। इन सभी को क्वारंटाइन कर उपचार किया जा रहा है। इनसे जुड़े लोगों को भी तलाशा जा रहा है। उनके भी टेस्ट कराए जाएंगे।
यह भी पढ़ें
निजी अस्पताल की कारस्तानी
हाईवे पर भगवान टॉकीज के पास स्थित प्राइवेट अस्पताल एक बड़े एपीसेंटर के रूप में उभरा है। यहां के स्टाफ ने इसी बीमारी का दायरा आसपास के इलाकों तक पहुंचा दिया है। इसी अस्पताल के एक कर्मचारी ने आठ नए व्यक्तियों को संक्रमित कर दिया है। इस अस्पताल के कर्मचारियों से संक्रमित हुए लोगों का आंकड़ा 20 पर आ गया है। वहीं फतेहपुरसीकरी के एक व्यक्ति से 14 लोगों में संक्रमण पहुंच चुका है। वहीं घटिया आजम खां क्षेत्र के चिकित्सक से संबंधित पांच लोग कोरोना से ग्रसित हो चुके हैं। अब तक आगरा से कुल 2264 सैंपल भेजे जा चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा और नोएडा में जांच का दायरा बढ़ाने के आदेश किए हैं।
आंकड़े
आगरा में कोरोना संक्रमित मरीज- 140
जमात और उनके संपर्क में आए लोग- 60
विदेश से लौटे- 8
यह भी पढ़ें
इस तरह बढ़ता गया संक्रमण
3 मार्च जूता कारोबारी, उनके दोनों बेटे, पुत्रवधू, नाती।
7 मार्च जूता कारोबारी की फैक्ट्री में मैनेजर।
8 मार्च जूता कारोबारी की फैक्ट्री में मैनेजर की पत्नी।
13 मार्च बेंगलुरू से अपने मायके रेलवे कॉलोनी आई युवती।
26 मार्च अमेरिका से लौटा डॉक्टर का बेटा।
27 मार्च लंदन से लौटी आटोमोबाइल कारोबारी की बेटी।
29 मार्च इंग्लैंड से लौटा कॉलेज संचालक का बेटा।
1 अप्रैल कोरोना संक्रमित बेटे के डॉक्टर पिता।
3 अप्रैल सात जमाती और जीवनी मंडी क्षेत्र के दुबई से लौटे युवक में कोरोना की पुष्टि।
4 अप्रैल घटिया आजम खां निवासी युवक के साथ जमाती और उनके संपर्क आए लोगों सहित 25 में कोरोना की पुष्टि।
5 अप्रैल जीवनी मंडी क्षेत्र में दुबई से लौटे युवक की मां और भाई, जगदीशपुरा के चांदी कारीगर में कोरोना की पुष्टि।
6 अप्रैल, रकाबगंज क्षेत्र के हॉस्पिटल के दो टेक्नीशियन, दुबई से लौटा व्यापारी, जमाती सहित पांच में कोरोना की पुष्टि।
8 अप्रैल, दो नए मामलों में कोरोना की पुष्टि।
9 अप्रैल, 19 मामले में पुष्टि।
10 अप्रैल, पांच नए मामलों में पुष्टि, सभी जमाती।
11 अप्रैल, तीन नए मामलों में पुष्टि।
12 अप्रैल, 12 नए मामलों में पुष्टि।
13 अप्रैल, केजीएमयू के अनुसार 36 नए केस आगरा में।
1 thought on “निजी अस्पताल के कारण आगरा में ज्वालामुखी बना कोरोना, पढ़िए पूरी कहानी”